विश्व क्वालीफायर के लिये नये सिरे से ट्रायल करायेगा नाराज डब्ल्यूएफआई
संजय सिंह (सौजन्य: सोशल मीडिया)

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नवभारत स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने बड़ा फैसला लिया है। IOA ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) का दैनिक कार्य संभाल रही तदर्थ समिति (ad-hoc) को भंग करने का निर्णय लिया है। केंद्रीय खेल मंत्रालय ने पिछले साल निलंबित किए गए भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) का काम देखने के लिए इस कमिटी कल्ला गठन किया था। ऐसे में अब IOA ने आधिकारिक बयान जारी कर इस फैसले के बारे में बताया है। 

IOA के इस पत्र में बताया गया है कि हाल ही में यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया पर से बैन हटाया है। ऐसे में तदर्थ समिति ने सेलेक्शन ट्रायल्स का सफल आयोजन किया। इसी वजह से आईओए ने अब यह निर्णय लिया है कि अब रेसलिंग फेडरेशन का काम देखने के लिए तदर्थ समिति की जरूरत नहीं है। 

इसी के साथ आईओए ने यह भी साफ किया की डब्ल्यूएफआई को जल्द से जल्द सेफगार्डिंग कमेटी का गठन करने का भी निर्देश भी दिया है। इस कमेटी का काम खिलाड़ियों की परेशानी का निवारण करना होगा। साथ ही फेडरेशन को एथलीट कमिशन के चुनाव भी कराने तय समय सीमा में और नियमों के अनुसार कराने होंगे। आईओए ने एडहॉक समिति को डब्ल्यूएफआई का काम देखने के लिए पैसे उधार पर दिए थे। अब फेडरेशन को यह पैसा आईओए को वापस करने होंगे। 

जानकारी के लिए बता दें कि तदर्थ समिति के नेतृत्व में पुरुष और महिला वर्ग के कु्श्ती ट्रायल हाल ही में खत्म हुए हैं। पुरुषों में जहां बजरंग पुनिया को हार का सामना करना पड़ा था, वहीं महिला वर्ग में विनेश फोगाट जीत हासिल करने में कामयाब रही।