नई दिल्ली: भारत की नीतू घंघास 48 किग्रा वेट कैटेगरी में देश का परचम लहराया है। नीतू ने महिला विश्व मुक्केबाजी में वर्ल्ड चैंपियन बन गई हैं। उन्होंने मंगोलिया की मुक्केबाज को एकतरफा मुकाबले में 5- 0 से हराया। इस जीत के साथ ही वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली छठी भारतीय मुक्केबाज बन गई हैं। इससे पहले एमसी मैरीकॉम, सरिता देवी, जेनी, लेखा केसी, निखत जरीन ये कमाल किया है। नीतू घंघास ने सेमीफाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान की अलुआ बल्किबेकोवा को 5-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
Nitu Ghanghas wins Gold Medal in finals of 48 Kg, beats Mangolian boxer Lutsaikhan by 5-0 at Women Boxing Championship. pic.twitter.com/w0hc4vuDBD
— ANI (@ANI) March 25, 2023
बात करें अंतिम मुकाबले की तो पहले राउंड के शुरुआत में मंगोलिया की मुक्केबाज ने नीतू पर दबाव बनाने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय मुक्केबाज ने भी अपने पंच दिखाते हुए, जल्द ही वापसी की। नीतू ने विपक्षी मुक्केबाज को गलती करने पर मजबूर किया। पहले राउंड की बात करें तो आखिरी के 15 सेकेंड में तो भारतीय मुक्केबाज ने और अधिक आक्रामक हो गई थी। पहला राउंड नीतू के नाम रहा।
दूसरे राउंड में उन्होंने दनादन सीधे मुक्के जड़े। अल्तानसेतसेग ने जब जवाबी हमला किया तो इस भारतीय मुक्केबाज ने अपनी प्रतिद्वंद्वी से अच्छा बचाव किया। दोनों मुक्केबाज करीब होकर खेल रही थी और एक दूसरे को जकड़ रही थी जिसमें दूसरे राउंड के अंत में नीतू पर ‘पेनल्टी’ से अंक कांट लिये गये। दूसरे राउंड में मंगोलियाई मुक्केबाज की मजबूत वापसी के बावजूद नीते इसे 3-2 से अपने हक में करने में सफल रही।
फिर अंतिम तीन मिनट में नीतू ने दूर से शुरूआत की और अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए फिर करीब से खेलने लगीं जिसमें अल्तानसेतसेग का भी प्रतिद्वंद्वी को जकड़ने के लिये एक अंक काट लिया गया। अंत में भारतीय मुक्केबाज विजेता रहीं। पहले तीन मुकाबले आरएससी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से जीतने वाली नीतू ने पूरे टूर्नामेंट में दबदबे भरा प्रदर्शन किया।
WBC खिताब हासिल करने वाली छठी भारतीय मुक्केबाज बनी नीतू
इस जीत से 2022 स्ट्रैंड्जा मेमोरियल में स्वर्ण पदक जीतने वाली नीतू विश्व चैम्पियन खिताब हासिल करने वाली छठी भारतीय मुक्केबाज बनी। छह बार की चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेनी आर एल (2006), लेखा केसी (2006) और निकहत जरीन (2022) अन्य मुक्केबाज हैं जिन्होंने विश्व खिताब जीते हैं।