Satwik and Chirag reached the final of China Masters Super 750
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी

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शेनझेन: भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी (Satwiksairaj Rankireddy) और चिराग शेट्टी  (Chirag Shetty) ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन करते हुए शनिवार को यहां ही जी टिंग और रेन जियांग यू की चीनी जोड़ी ( He Ji Ting and Ren Xiang Yu) को हराकर चीन मास्टर्स सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट (China Masters Super 750) के पुरुष युगल के फाइनल में प्रवेश किया। पिछले साल फ्रेंच ओपन में अपना पहला बीडब्ल्यूएफ विश्व सुपर 750 खिताब जीतने वाली भारतीय जोड़ी ने चीन की जोड़ी पर 50 मिनट तक चले सेमीफाइनल मैच में 21-15 22-20 से जीत दर्ज की।

सात्विक और चिराग का फाइनल में मुकाबला चीन की ही एक अन्य जोड़ी से होगा। दूसरा सेमीफाइनल चीन की दो जोड़ियों चेन बो यांग और लियू यी तथा दूसरी वरीयता प्राप्त लियांग वेई केंग और वांग चांग के बीच होगा। सेमीफाइनल मैच में कुछ आकर्षक रेलियां देखने को मिली। दोनों जोड़ियों ने आक्रामक खेल दिखाया लेकिन वह भारतीय जोड़ी थी जिसका आक्रमण दमदार था।

पिछले सप्ताह जापान मास्टर्स का खिताब जीतने वाली ही और रेन की विश्व में 50वें नंबर की जोड़ी ने दूसरे गेम में अच्छा खेल दिखाया लेकिन सात्विक और चिराग ने अपने अनुभव का अच्छा इस्तेमाल करके उन्हें वापसी नहीं करने दी। यह दोनों जोड़ियां पहली बार एक दूसरे का सामना कर रही थी। भारतीय जोड़ी ने पहले गेम में 6-2 और फिर 10-4 से बढ़त बनाकर चीन की जोड़ी को दबाव में ला दिया। सात्विक और चिराग की जोड़ी इंटरवल तक भी 11-6 से आगे थी।

चीन की जोड़ी ने इसके बाद वापसी करके स्कोर 10-12 कर दिया, लेकिन इसके बाद भारतीय जोड़ी ने बेहतरीन खेल दिखाकर लगातार छह अंक बनाकर 18-10 की मजबूत बढ़त हासिल की। इसके बाद उसने सात गेम प्वाइंट हासिल किये और तीसरे मौके पर पहला गेम अपने नाम किया। दूसरे गेम में भी दोनों टीम ने शानदार खेल दिखाया लेकिन एक समय चीन की जोड़ी 4-3 से आगे थी। इसके बाद भी उसने अपनी बढ़त बनाए रखी और इंटरवल तक वह 11-8 से आगे थी।

सात्विक और चिराग ने फिर से बेहतरीन खेल नजारा पेश किया और स्कोर 13-13 से बराबर कर दिया। भारतीय जोड़ी ने इसके बाद भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखा तथा पहले 18-16 और फिर 19-17 से दो अंक की बढ़त बनाई। रेन का शॉट नेट पर लगने से भारतीय जोड़ी ने दूसरे मैच प्वाइंट पर जीत दर्ज की। सात्विक और चिराग के लिए यह वर्ष शानदार रहा है। उन्होंने इस साल एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप, इंडोनेशिया सुपर 1000, कोरिया सुपर 500, स्विस सुपर 300 और एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक जीता।

बीडब्ल्यूएफ (विश्व बैडमिंटन महासंघ) विश्व टूर को छह वर्गों में विभाजित किया गया है। इनमें विश्व टूर फाइनल्स, चार सुपर 1000, छह सुपर 750, सात सुपर 500 और 11 सुपर 300 टूर्नामेंट शामिल हैं। एक अन्य टूर्नामेंट बीडब्ल्यूएफ सुपर 100 है और इसमें भी रैंकिंग अंक मिलते हैं। इनमें से प्रत्येक टूर्नामेंट में अलग रैंकिंग अंक और पुरस्कार राशि मिलती है। सबसे अधिक रैंकिंग अंक और पुरस्कार राशि सुपर 1000 टूर्नामेंट में मिलती है। (एजेंसी)