पैरालंपिक में प्रमोद भगत ने रचा इतिहास, बैड़मिंटन के एसएल3 मैच में किया गोल्ड पर कब्ज़ा, देखें वीडियो

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    टोक्यो: भारत के पैर खिलाड़ी प्रमोद भगत (Pramod Bhagat) में इतिहास रच दिया है. टोक्यो (Tokyo) में शुरू पैरालंपिक 2020 (Paralympics 2020) में बैड़मिंटन एसएल3 के सिंगल मैच में उन्होंने गोल्ड पर कब्ज़ा कर लिया है। प्रमोद के साथ मनोज सरकार ने भी समान कैटेगरी में कांस्य पदक जीता लिया है। भगत ने अपने ब्रिटिश प्रतिद्वान्धी डेनियल बेथेल को  21-14, 21-17 से समेटने से हराया। इसी के साथ भारत (Medal) के पैरालंपिक 17 मेडल हो गए हैं।

    भुवनेश्वर की 33 वर्षीय महिला मिश्रित युगल SL3-SU5 वर्ग में कांस्य पदक के लिए भी दौड़ में बनी हुई है। भगत और उनकी जोड़ीदार पलक कोहली रविवार को कांस्य पदक के प्ले ऑफ में जापानी जोड़ी डाइसुके फुजिहारा और अकीको सुगिनो से भिड़ेंगे। वे दिन में पहले दिन में हैरी सुसांतो और लीनी रात्री ओक्टिला के इंडोनेशियाई संयोजन से 3-21, 15-21 से सेमीफाइनल में हार गए थे।

    प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई

    प्रमोद के सोना जीतने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है। पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा, “प्रमोद भगत ने पूरे देश का दिल जीत लिया है। वह एक चैंपियन हैं, जिनकी सफलता लाखों लोगों को प्रेरित करेगी। उन्होंने उल्लेखनीय लचीलापन और दृढ़ संकल्प दिखाया। उन्हें बैडमिंटन में गोल्ड जीतने के लिए बधाई। उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।”

    आज दो गोल्ड सहित आए चार मेडल 

    भारत के लिए शनिवार का दिन काफी शानदार रहा। भारतीय पैर खिलाड़ियों ने आज बेहतरीन प्रदर्शन किया है। प्रमोद भगत और मनोज सरकार के सोना और कांस्य पदक के बदलौत भारत ने आज चार मेडल पर कब्ज़ा किया। इसके पहले मनीष नरवाल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा एसएच-1 स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता। वहीं इसी स्पर्धा में सिंहराज अडाना ने बेहतरीन निशाना साधते हुए रजत पदक पर कब्जा किया।

    अब तक जीते 17 मेडल 

    आज जीते चार मेडल के बदलौत पैरालंपिक 2020 में भारत ने अब तक कुल 17 मेडल अपने नाम कर लिए हैं। जिसमें चार गोल्ड, सात सिल्वर और छह कांस्य पदक शामिल है। इसी के बदलौत भारत मेडल तालिका में 25 वें स्थान पर पहुंच गया है। इसी के साथ टोक्यो पैरालंपिक 2020 भारत के लिए अब तक का सबसे सफल पैरालंपिक भी बन गया है। यह पहला मौका है जब भारतीय खिलाड़ियों ने इतने मेडल जीते हैं