कोलकाता. पश्चिम बंगाल (West Bengal) पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि पिछले हफ्ते गिरफ्तार करते वक्त जिस सिख की पगड़ी कथित तौर पर गिर गई थी, उसके पास शस्त्र लाइसेंस है जो केवल जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के राजौरी में ही वैध है। पुलिस ने बताया कि उसे गैर कानूनी तरीके से सभा करने और पिस्तौल रखने के आरोप में पकड़ा गया है।
The turban of Sikhs stands for courage & honor.
They held their head high even when barbarians like Mughals, Britishers killed them & Congress in sikhs riots.
Bengal police under Mamta has dared to disrespect again.
Last nail in coffin!#BanglaBachaopic.twitter.com/auePylvInk
— Gaurav Mishra (@Imkgauravmishra) October 10, 2020
Courtsey : Gaurav Mishra
हावड़ा पुलिस आयुक्त कार्यालय ने सिलसिलेवार ट्वीट कर लोगों से आह्वान किया कि वे सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट पर भरोसा नहीं करें क्योंकि मामले की अभी जांच चल रही है। उल्लेखनीय है कि विवाद उस समय पैदा हो गया था जब आठ अक्टूबर को भाजपा द्वारा सचिवालय तक निकाले गए मार्च में शामिल सिख युवक की पुलिस पिटाई करती हुई दिखी और घटना की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी। सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि धक्का-मुक्की के दौरा पुलिस ने सिख व्यक्ति की पगड़ी खींची। व्यक्ति की पहचान पंजाब के बठिंडा निवासी 43 वर्षीय बलविंदर सिंह के तौर पर हुई है। उसे पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया गया है।