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प्रतीकात्मक तस्वीर

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नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के तिरिया गांव में नक्सल ऑपरेटिव और सीपीआई माओवादियों के द्वारा 2019 में सुरक्षाबलों पर हमले के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने महिला समेत दो नक्सलियों (Maoists) को गिरफ्तार किया है। दोनों राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने और सीपीआई (माओवादी) विस्तार का काम कर रहे थे।

गौरतलब है कि शहर सीमा से लगे करीब 18 किमी दूर तिरिया के जंगलों में चार साल पहले डीआरजी और स्पेशल फोर्स के जवानों ने मुठभेड़ के दौरान 6 नक्सलियों को मार गिराया था। इस घटना में एक नागरिक की भी मौत हो गई थी। 

NIA ने बताया कि व्यापक जांच और तलाशी अभियान के बाद एक महिला सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसी के साथ तिरिया मुठभेड़ मामले (जिसे आरके डेयरी मामले के रूप में भी जाना जाता है) में गिरफ्तारियों की कुल संख्या छह हो गई।

NIA की जांच के अनुसार, गिरफ्तार दोनों आरोपी प्रतिबंधित संगठन की राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने और विस्तार करने के लिए सीपीआई (माओवादी) के टॉप लीडरों के साथ मिलकर काम कर रहे थे। NIA ने पहले दोनों आरोपियों के परिसरों की तलाशी के दौरान सीपीआई (माओवादी) कैडरों की गतिविधियों से संबंधित कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की थी।

NIA के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कंडुला सिरिशा उर्फ सिरिशा उर्फ पद्मक्का और डुड्डू प्रभाकर उर्फ डुड्डू उर्फ अजय के रूप में हुई है, जो सीपीआई (माओवादी) के विभिन्न फ्रंटल संगठनों के लिए काम कर रहे थे। फ्रंटल संगठन का सदस्य कंडुला पहले सीपीआई (माओवादी) के सशस्त्र कैडर (तकनीकी प्रभारी) के रूप में सक्रिय था। डुड्डू और सिरीशा दोनों को सीपीआई (माओवादी) से पैसा मिलता था और वे (माओवादी) विचारधारा को फैलाने के लिए विभिन्न फ्रंटल संगठनों के लिए काम करते थे।