Weekend curfew may be abolished in Delhi soon, CM Kejriwal recommends to LG
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    नई दिल्ली: देश (India) में लगातार ओमीक्रोन (Omicron) पैर पसार रहा है। ओमीक्रोन के केस सामने आने के मामले में दिल्ली (Delhi)-महाराष्ट्र (Maharashtra) टॉप पर हैं। ऐसे में बढ़ते कोरोना (Coronavirus Updates) और उसके नए वेरिएंट ओमीक्रोन की रोकथन के लिए न्यू ईयर से पहले दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।

    दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने मंगलवार को घोषणा की है कि, राजधानी में सरकार ने ‘ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) (GRAP) यानी येलो अलर्ट (Yellow Alert In Delhi) लागू करने का फैसला किया है। जिसके तहत दिल्ली में कई तरह की पाबंदियां लागू हो जाएंगी। दिल्ली में येलो अलर्ट जारी होने के बाद अब रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लागू होगा। 

    जीआरएपी के तहत अब दिल्ली में पाबंदियां लगाई जाएंगी। ‘येलो’ अलर्ट के तहत नाइट कर्फ्यू लगाना, स्कूलों-कॉलेजों को बंद करना, गैर आवश्यक सामान की दुकानों को सम-विषम आधार पर खोलना और मेट्रो ट्रेनों तथा सार्वजनिक परिवहन की बसों में यात्रियों के बैठने की क्षमता आधी करने जैसे उपाय आते हैं। बता दें कि, दिल्ली में सिनेमाघर और जिम बंद रहेंगे। स्पा, मल्टीप्लेक्स, बैंक्वेट हॉल, ऑडिटोरियम और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स तत्काल प्रभाव से बंद होंगे।

    वहीं मॉल में दुकानें ऑड-ईवन के आधार पर संचालित होंगी। इसके अलावा दिल्ली मेट्रो और बसों में 50% क्षमता के साथ ही चलेंगी, यानी इनमें खड़े हुए यात्रियों को सफर करने की इजाज़त नहीं होगी।  मुख्यमंत्री ने एक उच्च स्तरीय बैठक में कोविड स्थिति की समीक्षा करने के बाद कहा कि दिल्ली में संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि ज्यादातर लोगों में बीमारी के हल्के लक्षण हैं।

    ‘येलो’ अलर्ट तब जारी किया जाता है जब कोविड संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 0.5 प्रतिशत से अधिक रहती है। दिल्ली में पिछले दो दिनों से संक्रमण दर 0.5 प्रतिशत से अधिक है। केजरीवाल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग मास्क पहने बिना बाजार और मॉल जा रहे हैं तथा उन्होंने लोगों से कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की अपील की।

    उन्होंने कहा कि दिल्ली में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन चिकित्सीय ऑक्सीजन के इस्तेमाल में वृद्धि नहीं हुई है तथा अस्पतालों में बिस्तरों या आईसीयू बिस्तरों की मांग नहीं बढ़ी है जिसका मतलब है कि ज्यादातर लोगों का घर पर ही उपचार हो रहा है। उन्होंने बताया कि ‘येलो’ अलर्ट के तहत पाबंदियों की सूची बाद में सार्वजनिक की जाएगी।