भोपाल: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक नारायण त्रिपाठी (Narayan Tripathi ) ने शुक्रवार को औपचारिक रूप से पार्टी छोड़ दी और कहा कि उनका नवगठित दल अगले महीने होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में विंध्य क्षेत्र को अलग राज्य का दर्जा दिलाने के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगा।
उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया कि उनका संगठन विंध्य जनता पार्टी (वीजेपी) का लक्ष्य 17 नवंबर के चुनाव में विंध्य क्षेत्र से भाजपा को बाहर करना होगा। चार बार के विधायक एवं एक प्रभावशाली ब्राह्मण नेता ने कहा, ‘‘मैंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया है। भाजपा दोहरे मापदंड अपनाती है। इसकी कथनी और करनी बहुत अलग हैं।”
भाजपा के टिकट पर दो बार विधानसभा के लिए चुने जाने से पहले त्रिपाठी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) से भी मप्र विधानसभा के लिए चुने गए थे। वह एक समय सपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष रह चुके हैं। मार्च 2020 के बाद राज्य में भाजपा नेतृत्व के साथ उनके संबंधों में कथित तौर पर खटास आ गई और उन पर कांग्रेस के करीब जाने का आरोप लगाया गया।
मैं किसी राजनीतिक दल की बी-टीम नहीं
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी प्राथमिकता भाजपा को कमजोर करना और यह सुनिश्चित करना है कि उसकी हार हो, खासकर विंध क्षेत्र में… मैं किसी (प्रतिद्वंद्वी) राजनीतिक दल की बी-टीम नहीं हूं। वीजेपी का मुख्य उद्देश्य विंध्य को एक अलग राज्य बनाने के लिए काम करना है जो इस क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से मांग रही है।” भाजपा ने 2018 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे विंध्य क्षेत्र की 30 में से 24 सीटें जीती थीं। (एजेंसी)