Doctor consumed poison, Madhya Pradesh
प्रतीकात्मक फोटो

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इंदौर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) के एक सरकारी अस्पताल में पैर की टूटी हड्डी का इलाज कराने आए एचआईवी संक्रमित मरीज को थप्पड़ जड़ने वाले 25 साल के जूनियर डॉक्टर ने कथित तौर पर मच्छर भगाने वाला द्रव खाकर जान देने की कोशिश की। 

पुलिस ने बताया कि संयोगितागंज पुलिस थाने के प्रभारी विजय तिवारी ने बताया कि शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (MYH) में HIV संक्रमित मरीज के संपर्क में आने के बाद से अवसाद में चल रहे जूनियर डॉक्टर ने शुक्रवार रात दो बोतलों में रखे मच्छर भगाने वाले द्रव को निगल लिया। उन्होंने बताया कि MYH में भर्ती जूनियर डॉक्टर की हालत गंभीर है। फिलहाल उसका बयान दर्ज नहीं किया जा सका है।

चश्मदीदों ने बताया कि आपातकालीन चिकित्सा विभाग में पदस्थ जूनियर डॉक्टर के मच्छर भगाने वाला द्रव निगलने के बाद उसके नाराज साथियों ने बड़ी तादाद में एमवायएच में जुटकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि एचआईवी संक्रमित मरीज अपनी इस बीमारी की जानकारी छिपाकर पैर की टूटी हड्डी का इलाज करा रहा था और मामले में जूनियर डॉक्टर का पक्ष सुने बगैर ही उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था।

 इंदौर के संभाग आयुक्त मालसिंह भयडिया ने बताया कि कई जूनियर डॉक्टर से हमारी चर्चा हुई है। उन्होंने हमें अपनी कुछ समस्याएं बताई हैं जिनका उचित समाधान किया जाएगा। हम MYH में मरीजों को श्रेष्ठ चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराते रहने के लिए कृतसंकल्प हैं। अधिकारियों ने बताया कि पैर की टूटी हड्डी के इलाज के लिए उज्जैन के एक अस्पताल से 28 अक्टूबर को एमवायएच भेजा गया 45 साल के पुरुष ‘ह्यूमन इम्यूनोडीफिशियेंसी वायरस’ (HIV) से पहले से ही संक्रमित है। HIV संक्रमण से होने वाली बीमारी को एड्स कहते हैं। 

अधिकारी ने बताया कि  MYH में हड्डी का इलाज शुरू किए जाने से पहले जूनियर डॉक्टर को मरीज के एचआईवी संक्रमण की जानकारी कथित तौर पर नहीं दिए जाने को लेकर मरीज और उसके तीमारदार से जूनियर डॉक्टर का विवाद हुआ था।  घटना के कथित वीडियो में जूनियर डॉक्टर स्ट्रेचर पर लेटे मरीज को लगातार थप्पड़ जड़ने के साथ ही उसके साथ गाली-गलौज करता भी नजर आ रहा है। (एजेंसी)