digvijay singh

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नई दिल्ली/राजगढ़: कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने बीते शुक्रवार को कहा कि पार्टी के आलाकमान ने “संकेत” दिया है कि उन्हें मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजगढ़ लोकसभा सीट से मैदान में उतारा जा सकता है। गौरतलब है कि, कांग्रेस ने अभी तक राज्य की 29 सीट में से राजगढ़ सहित 19 सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।

इस बाबत कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पार्टी कर्मियों की एक मीटिंग में कहा कि, “अभी तक कोई घोषणा नहीं हुई है पर मुझे बताया जाता है कि मुझे चुनाव लड़ना है। यह चुनाव मेरे बस का नहीं है क्योंकि मैं 75 साल का हो चुका हूं, यह चुनाव युवाओं का चुनाव हे इसे आपको लड़ना है, यह बहुत साधारण तरीके से सिर्फ बूथ पर लड़ा जाएगा… इसमें ज्यादा हो हल्ला या बड़ी रैलियां निकालने की जरूरत नहीं, सभी लोग सिर्फ बूथ पर मेहनत करके इसे लड़ेंगे।”

वहीं यह पूछे जाने पर कि क्या वह राजगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, सिंह ने वहां मौजूद संवाददाताओं से कहा, ”अभी घोषणा नहीं हुई है, लेकिन मुझे संकेत दिया गया है।” एक अन्य प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा,‘‘ यह मेरे जीवन का आखिरी चुनाव होगा और मुझे उम्मीद है कि लोग मेरा और कांग्रेस का समर्थन करेंगे।”  राजगढ़ का प्रतिनिधित्व भाजपा के सांसद रोडमल नागर करते हैं, जिन्होंने 2014 और 2019 में जीत हासिल की थी। नागर इस बार आम चुनाव में भी भाजपा उम्मीदवार हैं। 

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह 1984 और 1991 में राजगढ़ से सांसद चुने गए थे। उनके 1993 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद, यह सीट 1994 (उपचुनाव) से 2004 तक उनके भाई लक्ष्मण सिंह के पास रही। लक्ष्मण ने BJP के टिकट पर 2004 का लोकसभा चुनाव यहां से जीता लेकिन सिंह के करीबी सहयोगी नारायण सिंह अमलाबे ने 2009 में लक्ष्मण सिंह को हरा दिया। 2014 में, नागर ने अमलाबे को हराया और फिर 2019 में सीट बरकरार रखी।