सबसे नीचे एमआईएम-शिंदे सेना के उम्मीदवार
छत्रपती संभाजी नगर: भारतीय जनता पार्टी ने अन्य दलों को सिखाया कि राजनीति में सोशल मीडिया का इस्तेमाल किस तरह किया जाता है। डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रचार में पार्टी की महारत बेजोड़ है। 2014 और फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल किया। जबकि बाकी लोग अभी भी ‘कैच अप गेम’ खेल रहे हैं। इस चुनाव में भी डिजिटल स्पेस पर बीजेपी का दबदबा है।
देश में सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले 48 फीसदी नागरिकों को टारगेट करने के लिए लोकसभा चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवार ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर भी सक्रिय हैं। सोशल मीडिया पर महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा फॉलोअर्स वाले शीर्ष 10 उम्मीदवारों में बीजेपी से 6, एनसीपी (शरद पवार) से 2, एमआईएम और शिंदे सेना से 1-1 उम्मीदवार शामिल हैं।
4 उम्मीदवारों के पास अपना यूट्यूब चैनल है। जबकि 6 के पास अपनी वेबसाइट है। इनके सोशल मीडिया अकाउंट पर खुद के साथ-साथ पार्टी नेताओं के वीडियो, खबरें, पोस्ट की बारिश दिन भर जारी रहती है। बता दें, मार्च 2024 के अंत तक भारत में 69.2 करोड़ (जनसंख्या का 48%) इंटरनेट उपयोगकर्ता थे। 62.7 करोड़ लोग मोबाइल पर इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। 46.7 करोड़ सोशल मीडिया पर हैं। भारतीय लोग इंटरनेट पर औसतन 6.23 घंटे बिताते हैं। इसमें से 2.50 घंटे सोशल मीडिया पर बिताते हैं।
ग्लोबल स्टैटिस्टिक्स रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 53.14 करोड़ व्हाट्सएप यूजर्स, 51.69 करोड़ इंस्टाग्राम यूजर्स, 49.27 करोड़ फेसबुक यूजर्स और 29.68 करोड़ एक्स यूजर्स हैं। उन तक पहुंचने के लिए राजनेताओं का सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना जरूरी है। महागठबंधन के सभी 48 उम्मीदवारों के हलफनामे और सोशल मीडिया डिटेल्स में बीजेपी को बढ़त मिलती दिख रही है।
यूट्यूब और वेबसाइट
रावसाहेब दानवे, सुनेत्रा पवार, अमोल कीर्तिकर, अरविंद सावंत, श्रीकांत शिंदे और सुधीर मुनगंटीवार की अपनी खुद की वेबसाइटें हैं। बजरंग सोनवने, ओमराजे निंबालकर, संजय जाधव और शाहू महाराज छत्रपति के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल नहीं है। ओमराज के साथ-साथ दानवे, चिखलीकर के भी अपने खुद के यूट्यूब चैनल हैं जिसकी अच्छी खासी फैन-फॉलोइंग है।
राज्य में सर्वाधिक फॉलोअर्स वाले शीर्ष 10 उम्मीदवार
भारतीय जनता पार्टी
सोशल मीडिया इस्तेमाल के मामले में बीजेपी सबसे आगे नजर आती है। पार्टी की आईटी सेल 50 लाख से अधिक व्हाट्सएप ग्रुप्स को मैनेज करती है। आंकड़ों पर नजर डालें तो इंस्टाग्राम पर बीजेपी हैंडल के 7.5 मिलियन और पीएम मोदी के 85 मिलियन फॉलोअर्स हैं। वहीं एक्स पर बीजेपी हैंडल के 21.6 मिलियन और पीएम मोदी के 96.5 मिलियन फॉलोअर्स हैं। आईटी सेल के पास 50 लाख व्हाट्सएप ग्रुप्स हैं।
कांग्रेस
भारत की सबसे पुरानी पार्टी सोशल मीडिया की रेस में बीजेपी से काफी पीछे नजर आती है। एक्स पर बीजेपी कांग्रेस से 109.7 प्रतिशत बड़ी है। हालांकि कांग्रेस अब एक रणनीति के तहत काम कर रही है। पार्टी ने एक इको-सिस्टम बनाया है जिसमें ऐसे प्रभावशाली लोगों को शामिल किया गया है जो उनकी विचारधारा के अनुसार कंटेंट पोस्ट करते हैं। यही वजह है कि एक्स पर अक्सर दक्षिणपंथी और वामपंथी विचारधारा के लोगों के बीच बहस देखी जाती है।
आंकड़ों के अनुसार कांग्रेस के एक्स पर 10.3 मिलियन, इंस्टाग्राम पर 3.7 मिलियन, फेसबुक पर 6.7 मिलियन और यूट्यूब पर 4.24 मिलियन फॉलोअर्स हैं। वहीं राहुल गांधी के एक्स पर 25.2 मिलियन, फेसबुक पर 6.9 मिलियन, इंस्टाग्राम पर 6.3 मिलियन और यूट्यूब पर 4 मिलियन फॉलोअर्स हैं।