महाराष्ट्र में एक विवाह ऐसा भी! श्मशान में हुई शादी, जानें अनोखे विवाह की रोचक कहानी

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महाराष्ट्र: अब तक आपने सोशल मीडिया पर खास और अलग-अलग शादी से जुड़े कई वीडियो और तस्वीरें देखी होगी, लेकिन आज हम जिस विवाह के बारे में आपको बताने जा रहे है ऐसा विवहा अब तक आपने कभी सोचा भी नहीं होगा। जी हां अक्सर जिस कब्रिस्तान में सिर्फ रोने की आवाजें सुनाई देती थीं, वहां मंगलाष्टक की पवित्र धुन सुनाई दी। जी हां दरअसल शमसान में शादी करने का एक अनोखा मामला सामने आया है, जो हर किसी के लिए चर्चा का विषय बन गया है। आइए जानते है इस अनोखे विवाह के बारे में… 

दरअसल यह आदर्श शादी महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के राहता शहर के कब्रिस्तान में आयोजित की गई थी। इस जोड़े ने उस कब्रिस्तान से अपने शादीशुदा जीवन की शुरुआत की जहां लोगों के जिंदगी का अंत होता है। जी हां आपको बता दें कि यह अनोखा विवाह समारोह अहमदनगर जिले के राहता श्मशान घाट पर आयोजित किया गया था।

मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले 20 साल से श्मशान में काम कर रहे गंगाधर गायकवाड़ ने अपनी बेटी की शादी श्मशान में की।  हम सब जानते है कि कई लोग कब्रिस्तान को अशुभ मानते हैं, लेकिन इस कब्रिस्तान में शादी की सभी रस्में निभाई गईं। दोनों की शादी बहुत धूमधाम से हुई। खास बात यह है कि एक पढ़े-लिखे युवक ने जाति के बंधनों को तोड़ते हुए म्हसनजोगी समुदाय की लड़की से शादी कर समाज के लिए एक आदर्श कायम किया है।

इसके अलावा और भी एक खास बात यह है कि श्मशान अशुभ होता है यह अंधश्रद्धा को तोड़ते हुए लड़की के पिता ने अपनी बेटी की शादी श्मशान में कर लोगों को यह सन्देश दिया कि श्मशान यह अशुभ नहीं होता, यहां भी मांगलिक कार्य किया जा सकता है। आपको बता दें कि मनोज जयसवाल और मयूरी गायकवाड़ की शादी में शहर के गणमान्य लोग भी मौजूद थे, जिन्होंने नवविवाहित जोड़े को भावी जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। पीपाड़ा दंपति  ने बेटी को जीवन उपयोगी बर्तन भी उपहार स्वरूप दिये। फ़िलहाल यह अनोखा विवाह हर किसी के लिए चर्चा का विषय बन गया है।