Ajit Pawar, NCP Crisis

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महाराष्ट्र: जिस तरह महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena) को लेकर उद्धव ठाकरे गुट (Uddhav Thackeray faction) और शिंदे गुट (Shinde faction) में क़ानूनी लड़ाई चल रही है वैसे ही अब राष्ट्रवादी (NCP) अजित पवार (Ajit Pawar) के गुट ने विधानमंडल में याचिका दायर कर पूछा कि उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियां करने के लिए अयोग्य क्यों न ठहराया जाए। इसके बाद विधानमंडल ने शरद पवार (Sharad Pawar) और अजित पवार विधायकों को इस संबंध में अपनी बात रखने के लिए नोटिस जारी किया। आइए जानते है इस नोटिस में क्या कहा गया है। 

NCP हमारी- अजित पवार 

आपको बता दें कि अजित पवार गुट की ओर से विधानसभा में 260 कागजात पेश किये गये हैं। अजित पवार के गुट ने विधानसभा (विधिमंडल) में सौंपे जवाब में दावा किया है कि एनसीपी हमारी है। इतना ही नहीं बल्कि एनसीपी में बगावत के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एनसीपी के साथ मिलकर सिंबल पर दावा किया है। चूंकि हमारे पास एनसीपी विधायकों का बहुमत है, इसलिए हमने असली एनसीपी पार्टी होने का दावा किया। अजित पवार गुट ने इसका जवाब दिया है। अजित पवार गुट ने दावा किया है कि एनसीपी हमारी उत्पत्ति है। अजित पवार गुट ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को नोटिस का जवाब देते हुए अपना पक्ष रखा है। 

नोटिस पर अजित पवार गुट का जवाब

अजित पवार गुट में कहा कि चूंकि एनसीपी के संरक्षक अनिल पाटिल भी हमारे साथ हैं, इसलिए मूल एनसीपी हमारी है। इसलिए अजित पवार का गुट विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से पहले राष्ट्रपति से तत्काल फैसला लेने की मांग कर रहा है। 

शरद पवार गुट का जवाब

आपको बता दें कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के गुट के विधायकों को विधानसभा की ओर से नोटिस भेजा गया था। यह नोटिस विधायक अयोग्यता के मामले में जारी किया गया था। दरअसल शरद पवार गुट के विधायकों की ओर से नोटिस का 10 पन्नों का जवाब दिया गया है। ऐसे में यह देखना अहम होगा कि विधानसभा अध्यक्ष अब क्या फैसला लेते हैं। दोनों पक्षों ने अपनी -अपनी बात रख दी है। 

इस तारीखों को अहम फैसले 

गौरतलब हो कि सुप्रीम कोर्ट ने एनसीपी विधायकों की अयोग्यता पर फैसला लेने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को 31 जनवरी 2024 तक की समयसीमा दी है। साथ ही आपको यह भी बता दें कि शिवसेना विधायक अयोग्यता मामले पर अंतिम फैसला लेने के लिए 31 दिसंबर की समयसीमा दी गई है। शिवसेना विधायक अयोग्यता मामले पर जल्द ही नियमित सुनवाई होने वाली है। इससे किस समूह को राहत मिली है? ये देखना अहम होगा। क्या शिवसेना शिंदे को मिलजी या फिर उद्धव को इस पर सबकी नजरें टिकी हुई है। 

अजित पवार का पार्टी पर दावा

जैसा कि हम सब जानते है अजित पवार के गुट के सत्ता में आने के साथ ही एनसीपी में दो गुट हो गए हैं। सत्ता में आने के बाद अजित पवार के गुट ने एनसीपी और घड़ी चुनाव चिह्न पर दावा किया है। अजित पवार गुट ने पार्टी पर दावा किया है तो शरद पवार गुट ने भी आक्रामक रुख अपना लिया है। इसके चलते मामला केंद्रीय चुनाव आयोग तक पहुंच गया है। इस मामले पर चल रही सुनवाई ने सभी का ध्यान खींचा है। ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि NCP किसे मिलती है।