Ajit Pawar
उपमुख्यमंत्री अजित पवार (फोटो: @AjitPawarSpeaks)

Loading

नवभारत न्यूज़ नेटवर्क
पुणे/मुंबई:
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार बीजेपी नाराज़ हैं। उनकी नाराजगी पीएम नरेंद्र मोदी के उस बयान को लेकर है, जिसमें उनके चाचा शरद पवार को भटकती आत्मा कह कर संबोधित किया गया है। सूत्रों के मुताबिक़ डिप्टी सीएम ने इस बारे में बीजेपी के शीर्ष नेताओं से कहा है कि भले ही वे बीजेपी की महायुति में शामिल हो गए हैं, लेकिन शरद पवार आज भी उनके लिए देवता के समान हैं। ऐसे में उनके चाचा के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए।

हाल ही मे पुणे में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी एक सभा में शरद पवार का नाम लिए बिना कहा था कि वे भटकती आत्मा की तरह पिछले 45 साल से महाराष्ट्र में भटक रहे हैं। इस वजह से यहां राजनीतिक स्थिरता है। उस समय जब पत्रकारों ने अजित से इस बारे में सवाल किया था तो उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता पीएम मोदी किसके बारे में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जब वे मोदी से मिलेंगे तो इस बारे में पूछेंगे कि भटकती आत्मा कह कर उन्होंने किसे संबोधित किया है। इससे साफ़ है कि छोटे पवार अपने चाचा के खिलाफ इस तरह की बयानबाजी से खुश नहीं हैं।

पाटिल के बयान से भी नाराज़
अजित पवार ने बीजेपी के सीनियर नेता व कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल के उस बयान पर भी नाराजगी जताई जिसमें उन्होंने कहा था कि वह और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता बारामती से शरद पवार का सफाया करना चाहते हैं। छोटे पवार ने कहा कि पाटिल को ऐसी टिप्पणियां नहीं करनी चाहिए थीं। हालांकि उस बयान के बाद मैंने चंद्रकांत दादा से कहा था कि वह पुणे में भाजपा का काम देखें और मैं और मेरे कार्यकर्ता बारामती लोकसभा सीट को देखेंगे। अजित ने कहा कि पाटिल को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था। हालांकि मेरे बयान के बाद बीजेपी नेता ने इस बारे में कभी एक शब्द भी नहीं बोला है।

पवार का बेटा नहीं. इसलिए नहीं मिले मौके
अजित पवार ने इस बात को लेकर भी अपना दर्द बयां कि वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के अध्यक्ष शरद पवार के बेटे नहीं हैं इसलिए उन्हें राजनीतिक अवसर नहीं मिला। अगर मैं शरद पवार का बेटा होता तो यकीनन मुझे जरूर अवसर मिलता। लेकिन मुझे सिर्फ इसलिए अवसर नहीं मिला कि मैं उनका बेटा नहीं हूं। ये कैसा न्याय है। छोटे पवार ने एक बार फिर दोहराया कि उनके चाचा 80 साल की उम्र पार कर चुके हैं। ऐसे में अब पार्टी में नए लोगों को मौका दिया जाना चाहिए था।

बीजेपी के साथ सरकार बनाने पर राजी थे सीनियर पवारAjit
अजित ने कहा कि अब शरद पवार ने खुद माना है कि हमारी पार्टी के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सरकार बनाने को लेकर बातचीत हुई। मैं खुद इस बातचीत का गवाह था। अजित ने कहा कि मेरी उम्र भी 60 से ऊपर है। हमें अब मौका मिलना चाहिए या नहीं। शरद पवार भी हमारे लिए ‘देवता’ समान हैं और इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन हर व्यक्ति का वक्त होता है। 80 की उम्र पार करने के बाद नये लोगों को मौका दिया जाना चाहिए। अजित शिरूर लोकसभा सीट से अपनी पार्टी उम्मीदवार शिवाजीराव आढलराव पाटिल के लिए प्रचार कर रहे थे। इस सीट पर पाटिल का सीधा मुकाबला शरद पवार गुट के मौजूदा सांसद अमोल कोल्हे से है।