- किसके खाते में जाएगी बाकी बची 5 सीट
मुंबई: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर चल रही है। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से महाराष्ट्र की 48 सीटों में से 26 सीटों पर चुनाव लड़ने का बयान सामने आया था और उसके बाद एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी में बवाल देखने को मिला था। एकनाथ शिंदे ने भी मौजूदा 13 सांसदों के साथ अपनी स्थिति साफ कर दी है कि वह भी आगामी लोकसभा चुनाव में 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने जा रहे हैं। वहीं अजित पवार की एनसीपी की तरफ से भी अब स्थिति साफ होती हुई दिख रही है। एनसीपी ने भी पिछले लोकसभा चुनाव में जीती हुई सीटों पर लड़ने का ऐलान किया है। इसके बाद अब यह साफ हो गया है कि अजित पवार ने सुप्रिया सुले के खिलाफ उम्मीदवार मैदान में उतारने का मन बना लिया है। यानि इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान लड़ाई पवार बनाम पवार होगी। आपको बता दे कि अविभाजित राष्ट्रवादी पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में 19 उम्मीदवार उतारे थे। जिसमें से उन्हें 4 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। एनसीपी के 4 जीते हुए उम्मीदवारों ने यह जीत सातारा, शिरूर, रायगढ़ और बारामती में हासिल की थी।
अमोल कोल्हे पर सबकी नज़र
एनसीपी ने सातारा, शिरूर, बारामती और रायगढ़ पर 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। सतारा से श्रीनिवास पाटील विजयी हुए थे। बारामती सीट से सुप्रिया सुले ने तीसरी बार जीत अपने नाम की थी। यह दोनों ही सांसद अब भी शरद पवार के साथ हैं। जबकि बाकी के दो सांसदों में रायगढ़ से जीतने वाले सुनील तटकरे इस समय अजित पवार के साथ हैं। शिरूर लोकसभा सीट से 2019 में जीत अपने नाम करने वाले अमोल कोल्हे ने दोनों गुट को अपना समर्थन दे रखा है।
लेकिन फिलहाल वह भी शरद पवार के साथ हैं। ऐसे में ठीक उम्मीदवारी तय किए जाने के वक्त वह अपना पाला बदल भी सकते हैं। श्रीनिवास पाटील को शरद पवार का खास माना जाता है। ऐसे में अजित पवार उनके खिलाफ भी अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर चुके हैं। तो कुल मिलाकर अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इन चारों जगह पर अजित पवार के गुट के उम्मीदवार क्या प्रदर्शन दिखाते हैं।
किसके खाते में जाएगी बाकी बची 5 सीट
चार सीट पर अजित पवार ने अपनी दावेदारी स्पष्ट कर दी है। तो वहीं 13 सीटों पर शिंदे ने भी अपनी दावेदारी स्पष्ट कर दी है। यह दोनों मिलकर भी 17 सीट ही होती है जबकि भाजपा के 26 सीटों के ऐलान के बाद 22 सीट बाकी रहती है। ऐसे में 5 सीट अब भी बच रही है। यह पांच सीट शिंदे या अजित पवार किसके खाते में जाती है यह देखना भी दिलचस्प होगा।
चार सीट पर अजित पवार ने अपनी दावेदारी स्पष्ट कर दी है। तो वहीं 13 सीटों पर शिंदे ने भी अपनी दावेदारी स्पष्ट कर दी है। यह दोनों मिलकर भी 17 सीट ही होती है जबकि भाजपा के 26 सीटों के ऐलान के बाद 22 सीट बाकी रहती है। ऐसे में 5 सीट अब भी बच रही है। यह पांच सीट शिंदे या अजित पवार किसके खाते में जाती है यह देखना भी दिलचस्प होगा।