मूर्तिजापुर. लाखपुरी मूर्तिजापुर व दर्यापुर तहसील की सीमा पर एक तीर्थ स्थल है. जिसे पश्चिम विदर्भ में अर्धकाशी के नाम से जाना जाता है. अकोला जिले के मूर्तिजापुर में सोमवती अमावस्या के अवसर पर पूर्णा नदी के तट पर सुबह छह बजे से शाम तक हजारों श्रद्धालु विभिन्न पूजा अनुष्ठान करने और भगवान लक्षेश्वर के दर्शन के लिए मौजूद रहे. मुख्य रूप से पश्चिम विदर्भ के अकोला, अमरावती, वाशिम, यवतमाल जिलों से आये श्रद्धालुओं की संख्या अधिक थी.
परिवार में किसी व्यक्ति की मृत्यु पर भगवान प्रसन्न करने के लिए सोमवती अमावस्या पर विभिन्न पूजा अनुष्ठान किए जाते हैं. तीर्थस्थल लाखपुरी में पूर्णा नदी के तट पर इस अनुष्ठान के असाधारण महत्व के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु लक्षेश्वर संस्थान द्वारा पेयजल की व्यवस्था, पार्किंग, प्रसाद वितरण आदि की व्यवस्था की गई थी. कई श्रद्धालुओं ने अनुष्ठान के बाद भोजन की भी व्यवस्था की. ऐसी जानकारी संस्था की ओर से दी गई है.