अकोला. डीजल के दाम दिन प्रतिदिन आसमान छू रहे हैं. शायद इसी कारण से एसटी महामंडल द्वारा एसटी बसों का किराया बढ़ाया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार महामंडल द्वारा 17.17 प्रश किराया बढ़ाया गया. इस समय त्यौहारों का मौसम शुरू है, दीपावली का त्यौहार सामने है, उस पर बड़ी संख्या में लोग एक शहर से दूसरे शहर आते जाते हैं. दीपावली के लिए भी आवागमन बढ़ जाता है. इस परिस्थिति में महामंडल द्वारा किराए में वृद्धि की गयी है.
अकोला से शेगांव का किराया जो कि 70 रू. था अब 80 हो गया है. यहां से खामगांव भी 80 रू. हो गया है. अकोला-अमरावती 130 की जगह अब 150 रू. लगेंगे. अकोला से नागपुर 335 की जगह 365 रू. लगेंगे. इसी अनुसार अब शिवशाही बस का किराया भी बढ़ेगा. अकोला से अमरावती के लिए 185 की जगह 200 रू. लगेंगे. इस तरह यह सब बढ़े हुए किराए का बोझा आम लोगों पर पड़ेगा. पहले ही आम लोग महंगाई के बोझ से दबे हुए हैं. उस पर अब यह एसटी महामंडल द्वारा किराया भी बढ़ा दिया गया है.
बड़ी संख्या में लोग एसटी बसों पर निर्भर
शहर तथा जिले में बड़ी संख्या में लोग एसटी बसों पर ही निर्भर हैं. जिसका मुख्य कारण यह है कि जिला मुख्यालय से छोटे छोटे शहरों या छोटे छोटे गांवों में जाने के लिए एसटी बस के अलावा दूसरा कोई मुख्य साधन नहीं है. और तो और अभी तक रेलवे विभाग द्वारा पैसेंजर ट्रेने शुरू नहीं की गयी हैं.
इस कारण भी लोग अब पूरी तरह से एसटी बसों पर ही निर्भर हैं. सभी जगह रेल नहीं जाती है. लोगों को एसटी बसों का ही एक सहारा है. उस पर अब एसटी बसों का किराया भी बढ़ गया है. जिसके कारण लोग काफी परेशान देखे जा रहे हैं. कई लोगों से बातचीत करने पर उन्होंने कहा कि एसटी महामंडल इन त्यौहारों के मौसम में किराये में वृद्धि नहीं करनी थी.
क्योंकि इस समय दीपावली पर सभी लोग अपने अपने शहर और अपने अपने गांव में आते हैं. अब दीपावली पर लोगों का मासिक बजट बिगड़ जाएगा. फिलहाल राज्य में कहीं भी आना जाना हो तो लोग ट्रेन या बस से ही आते जाते हैं. उस पर बिना आरक्षण इस समय ट्रेन में सफर नहीं किया जा सकता है. इस परिस्थिति में लोगों के लिए एसटी बस का ही विकल्प रह जाता है. अब एसटी बसों का भी किराया बढ़ा दिया गया है.