अकोला में मकर संक्रांति की तैयारी जोरों पर, सज गए बाजार

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    • उत्तरायण के स्वागत के लिए लोगों में उत्साह कायम

    अकोला. शहर तथा जिले में लोगों ने मकर संक्रांति त्योहार की तैयारियां जोरों पर शुरू की है. आगामी रविवार 15 जनवरी मकर संक्रांति का त्योहार है. जिससे शहर तथा जिले में बाजार सज गए है. महंगाई के बावजूद उत्तरायण के स्वागत के लिए लोगों में उत्साह कायम है. 

    शहर में कई इलाकों में मकर संक्रांति त्योहार पर पतंग, मांजा व रील की दूकानें व तिल, गुड़ व मकर संक्रांति की वाण व पूजन सामग्री से बाजार सज गए हैं. पर्व नजदीक आने से बाजार लगना शुरू हो गया है. महानगर के प्रत्येक चौराहों, बाजारों में पतंग, मांजा व रील बिक्री के लिए उपलब्ध हुई हैं. इसके साथ ही हाथगाडियों पर भी पतंगें बेची जा रही हैं. पूजन सामग्री की दूकानों में ग्राहकों की भीड़ धीरे धीरे बढ़ रही है. इसके अतिरिक्त प्रत्येक घरों में उत्तरायण के स्वागत के लिए व त्योहार मनाने के लिए कार्य शुरू किया गया है. 

    महानगर के साथ जिले की सातों तहसीलों में पतंगों का त्योहार मनाने के लिए लोग उत्सुक दिखाई दे रहे हैं. इस त्योहार में विविध तरह की मिठाईयां भी बिक्री के लिए बनाई जा रही हैं. महानगर में संत तुकाराम चौक, कौलखेड, पुराना इनकम टैक्स चौक, जठारपेठ, जयहिंद चौक, तापडिया नगर, राऊतवाडी, दुर्गा चौक, डाबकी रोड, ग्राम उमरी, ग्राम मलकापुर, शिवनी, ग्राम शिवर, ग्राम शिलोडा, गुलजारपुरा सहित विविध क्षेत्रों में तथा बाजारों में पतंगें व पूजन सामग्री बिक्री के साथ अन्य सामग्री की दूकानें व हाथगाडियों पर लगी है. शहर के सभी बाजारों में लगी दूकानें व हाथगाडियों पर पतंग तथा पूजन सामग्री आदि की खरीदी करने के लिए धीरे धीरे भीड़ बढ़ रही है. महंगाई के बावजूद बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक उत्तरायण के स्वागत के लिए व पर्व मनाने के लिए उत्साह देखा जा रहा है. 

    जयपुर की पतंगे उपलब्ध

    शहर के लगभग अधिकतर रास्तों के समीप लघु व्यवसाइयों द्वारा लगाई गई दूकानों में मकर संक्रांति त्योहार के लिए आवश्यक सामग्री बिक्री के लिए उपलब्ध है. स्थानीय पतंग व्यवसाई अशोक गजभिये ने बताया कि उनके पास जयपुर की पतंगे उपलब्ध है. वह किसी भी तरह की प्लास्टिक की पतंगे व नायलान मांजा नहीं बेचते है. इसी तरह से 6 रु. से लेकर 50 रु. तक की कागज की पतंग उपलब्ध है. जोकि 72 रु. से लेकर 120 रु. से 600 रु. से अधिक मूल्य के डजन के दाम में उपलब्ध है. इसके साथ ही रील भी 30 रु. से लेकर 200 रु. नग के हिसाब से उपलब्ध है.  

    महिलाओं के लिए विशेष त्योहार

    मकर संक्रांति का त्योहार होने से बाजार में इन दिनों महिलाओं की विविध वस्तु खरीदी के लिए भीड़ नजर आ रही है़.  महिलाओं ने तिल गुड़ के साथ भेंट वस्तु की खरीदी के लिए बाजार का रुख लिया है़.  इस दिन तिल गुड का विशेष महत्व होने के साथ ही माहिलाएं एक दूसरी को हल्दी कुमकुम लगाकर भेंट प्रदान करती है़.

    इस कारण महिलाओं के लिए यह त्योहार विशेष माना जाता है़. संक्रांति त्योहार को लेकर दूकानों में पीतल का हल्दी, कुमकुम करंडा, भगवान की मूर्तियां तथा कई नए नए स्टील के बर्तन की काफी मांग बढ़ गई है़.  भेंट के लिए स्टील की वस्तुए, सौंदर्य सामग्री सहित अन्य तरह की वस्तुएं महिलाओं को आकर्षित कर रही है. कपड़ों की दूकानों में महिलाओं व्दारा खरीदी हो रही है़.  लोगों व्दारा तिल से बननेवाली अनेक प्रकार की मिठाइयों की खरीदी भी हो रही है़.