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    अकोला. शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में अपात्र पाए गए शिक्षकों के वेतन पर रोक को लेकर कार्रवाई शुरू हो गयी है. योग्यता नहीं होने के बावजूद प्रमाण पत्र प्राप्त कर विद्यालयों में कार्यरत सात शिक्षकों का वेतन रोके जाने की जानकारी जिला परिषद सूत्रों ने दी है.

    टीईटी अनियमितता का मामला सामने आने के बाद, राज्य सरकार ने 13 फरवरी, 2013 के बाद पांचवीं से आठवीं कक्षा तक के सहायता प्राप्त, अर्ध-सहायता प्राप्त और गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों में शामिल होने वाले शिक्षकों के मूल टीईटी पास प्रमाण पत्रों को सत्यापित करने का निर्णय लिया था. फ्रीज स्कूल आईडी के साथ शिक्षक पात्रता परीक्षा में अपात्र घोषित किए गए अभ्यर्थियों की सूची तैयार कर ली गई है.

    जिसमें जिले में सात लोग हैं, ये शिक्षक अकोट, अकोला, बार्शीटाकली, तेल्हारा तहसील के स्कूलों में कार्यरत हैं. शिक्षा निदेशक ने टीईटी में अनियमितता और उसके अनुसार कार्रवाई के संबंध में शिक्षाधिकारी, वेतन दस्ते अधीक्षक को आदेश भेजा था.

    उक्त आदेश में कहा गया है कि अपात्र उम्मीदवारों को पता होना चाहिए कि उनकी स्कूल आईडी फ्रीज कर दी गई है और उन्हें अगस्त 2022 से ऑनलाइन या ऑफलाइन वेतन का भुगतान नहीं किया जाएगा. इसी के तहत शिक्षा अधिकारी कार्यालय व वेतन दस्ते अधीक्षक कार्यालय ने क्रियान्वयन शुरू कर दिया है.