नायलान मांजे का उपयोग, प्लास्टिक पतंग पर पाबंदी: बिलकुल उपयोग न करें- जिलाधिकारी नीमा अरोरा

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    अकोला. संक्रांति का त्यौहार करीब आ रहा है. शहर में बच्चों के साथ साथ युवा पीढ़ी के सदस्य और अन्य कई लोग पतंग उड़ा रहे हैं. लेकिन पतंग उड़ाते समय एक बात का गंभीरता से ध्यान रखें कि नायलान मांजा, चायनीज मांजा का उपयोग न करें इसी तरह प्लास्टिक की पतंग भी न उड़ाएं. नायलान मांजा, चायनीज मांजा और प्लास्टिक की पतंग पर पूरी तरह से पाबंदी है. यह जानकारी बातचीत के दौरान जिलाधिकारी नीमा अरोरा ने दी है. उन्होंने आहवान किया है कि हंसी खुशी से संक्रांति मनाएं लेकिन इन बातों का जरूर ध्यान रखें. 

    सभी को होती है तकलीफ

    जिलाधिकारी नीमा अरोरा ने कहा कि, पतंग उड़ाते समय चायनीज मांजा और नायलान मांजे के उपयोग के कारण सर्वाधिक तकलीफ पशु, पक्षियों को पहुंचती है, कई बार इस मांजे के कारण चिड़ियों की भी मौत हो जाती है. इसी तरह पक्षियों के साथ साथ रास्ता चलते इन्सानों को भी तकलीफ होती है. स्कूटर चला रहे, पैदल चल रहे लोग इस मांजे के कारण घायल हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि अपने शौक के लिए नायलान मांजे का उपयोग कर के पशु, पक्षियों और इन्सानों की जान खतरे में न डालें, चायनीज और नायलान मांजे का उपयोग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

    जांच के लिए दल गठित

    जिलाधिकारी महोदया ने बताया कि नायलान मांजा, चायनीज मांजा और प्लास्टिक पतंग के उपयोग को रोकने के लिए एक दल का गठन किया गया है. जिसमें जिला प्रशासन, मनपा प्रशासन तथा पुलिस विभाग के लोग शामिल हैं. इसी के साथ साथ इस दल में एनजीओ के लोग भी शामिल हैं. यह लोग पूरी तरह से इस ओर ध्यान देंगे और नजर रखेंगे, आदेश का उल्लंघन करनेवाले तथा नायलान और चायनीज मांजे का उपयोग करने वाले, प्लास्टिक पतंग उड़ाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.