अमरावती. गुरुवार को वन विभाग को सूचना मिली थी कि राजकमल से गांधी चौक तक के मार्ग पर कुछ लोग वन्यजीवों के अंग बेच रहे हैं. इस सूचना के आधार पर वन विभाग ने पांच से छह विक्रेताओं को गिरफ्तार कर उनका सामान जब्त किया. उनके पास मौजूद सामग्री की जांच से पता चला कि जानवरों के सिंगों के इस्तेमाल से यह नकली शेर के दात, नाखून व अन्य अंग बनाए गए थे.
एनजीओ ने की थी शिकायत
नवरात्रि पर्व के मौके पर राजकमल से गांधी चौक तक यात्रा भरी है. इसी यात्रा में बाघ के पंजे और दांत विक्री करने वालों की दूकानें भी सज गई हैं. इस मामले की शिकायत एक एनजीओ ने वन विभाग को दी. जिसकी सूचना पर वन विभाग के आरएफओ सचिन नवरे और बचाव दल के अमोल गावनेर समेत बचाव कर्मियों की टीम राजकमल से गांधी चौक पहुंची.
वन विभाग ने पांच से छह विक्रेताओं को गिरफ्तार कर उन्हें वडाली स्थित वन कार्यालय लाया गया और उनकी सामग्री की जांच की गई. उस समय उनके पास मौजूद सामग्री नकली पाई गई थी. संबंधित अंग जानवरों के सींग से बने नाखून और दांत पाए गए. इसलिए वन विभाग ने व्यापारियों को समझाइश देकर छोड़ दिया है.