अमरावती. एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है कि अंतरधार्मिक विवाह की अनुमति नहीं होने के बावजूद अमरावती के विजय कालोनी स्थित चंद्रविला चैरिटेबल सोसायटी द्वारा फर्जी विवाह प्रमाणपत्र जारी किया गया. इस मामले में 2 सितंबर को ममूर अतुल जायसवाल (30, प्रशांत नगर) की शिकायत के आधार पर फ्रेजरपुरा पुलिस ने विजय कालोनी स्थित चंद्रविला चैरिटी संस्था के पदाधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 468 और 417 के तहत मामला दर्ज किया है.
फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट जारी किया
राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने इस मामले में लव जिहाद का आरोप लगाया था. अंतत: इस मामले में फ्रेजरपुरा थाने में चंद्रविला संस्था के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया. दिलचस्प बात यह है कि आतंकी अजमल कसाब की वकालत कबूल करने वाला महेश देशमुख इसी संगठन से ताल्लुक रखता है. इसलिए देशद्रोहियों को जेल होनी चाहिए, उन्हें सजा मिलनी चाहिए. ऐसी मांग सांसद डा. अनिल बोंडे ने की है. ममूर जायसवाल ने 31 अगस्त को पुलिस आयुक्त को शिकायत लिखी थी. इसमें उन्होंने कहा कि धारणी निवासी शेख इरफान शेख गफ्फार (धारणी) और 21 साल की लड़की की शादी चंद्रविला चैरिटेबल संस्था में हुई थी.
वहीं उक्त शादी मुस्लिम तरीके से हुई और उस वक्त कुछ मजदूरों को काजी के तौर पर गवाह बनाया गया था. साथ ही संगठन को विवाह की व्यवस्था करने का कोई अधिकार नहीं है. हालांकि उक्त संस्था ने फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट जारी किया था. जब अपराध शाखा ने इस तरह के एक शिकायत आवेदन पर प्रारंभिक जांच की, तो यह पाया गया कि चंद्रविला संस्था ने शेख इब्राहिम रहमान को नकली काजी के रूप में प्रस्तुत कर गुमराह किया था. उक्त जांच रिपोर्ट के आधार पर फ्रेजरपुरा पुलिस ने चंद्रविला संस्था के पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
जांच जारी है
शिकायत के मुताबिक चंद्रविला संस्था के पदाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. इसके लिए कौन जिम्मेदार है? जानकारी ले ली गई है और पुलिस जांच कर रही है.
-अनिल कुरलकर, पुलिस निरीक्षक, फ्रेजरपुरा.