सांसद नवनीत व रवि राणा को जमानत, सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ कोर्ट में पेश

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    अमरावती. महानगर पालिका, एमएसईबी, जिला कृषि कार्यालय, जिला परिषद, जिलाधिकारी कार्यालय, संभाग आयुक्त कार्यालय सहित अन्य कार्यालयों में किसानों, खेतीहर मजदूरों व आम नागरिकों के प्रश्नों के लिए किए गए आंदोलन के दौरान सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा सहित करीबन 200 कार्यकर्ताओं के खिलाफ अलग-अलग दर्ज 9 मामलों की संयुक्त सुनवाई मंगलवार 14 सितंबर को न्यायमूर्ति एस.पी तायडे की अदालत में हुई. 

    9 प्रकरणों की संयुक्त सुनवाई

    जिसके लिए मंगलवार की सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक सांसद नवनीत राणा, विधायक रवि राणा के साथ जितू दुधाने, संजय हिंगासपुरे,नितीन हिंगासपुरे,शैलेंद्र कस्तुरे,दिनेश टेकाम सुमती ढोके, आशिष गावंडे,मयुरी कावरे, जया तेलखडे,अजय घुले,रश्मी घुले, कल्पना बनकर,रोशनी लुचाईवाले, कल्पना मेश्राम, सचिन भेंडे, अनूप अग्रवाल, निलेश भेंडे, सद्दाम हुसेन, अभिजित देशमुख, सुखदेव तरडेजा, नितिन तायडे, पराग चिमोटे, रवि अडोकार, गणेश मारोडकर, अनूप खडसे, अवि काले, नितिन म्हस्के, हर्षल रेवणे, विक्रांत कुयरे, शंकर डोंगरे, सुनील निचत, पंकज बोबडे, अनिल मिश्रा,पोकले, विशाल निघोट, प्रल्हाद कुटेमाते, दीपक भोपसे, दीपक ताथोड, शुभम उंबरकर, अनिकेत देशमुख, अजय बोबडे, मंगेश कोकाटे, सचिन सोनोने, राजेश सुंडे समेत सैकड़ों कार्यकर्ता कोर्ट के समक्ष पेश हुए.

    सभी दोनों पक्ष की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने सभी को जमानत दे दी. युवा स्वाभिमान आंदोलनकारियों की ओर से अधिवक्ता एड.दीप मिश्रा, एड.चंदू गुलसुंदरे, एड. महेश करुले, एड. सुषमा रायबोले, एड. नरेश सोनी ने पैरवी की. युवा स्वाभिमान हमेशा जनहित के लिए आंदोलन करती रही है. जिसके लिए विधायक रवि राणा भी कई बार जेल जा चुके है.