Balapur MLA Deshmukh

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    अमरावती. बालापुर विधानसभा क्षेत्र के शिवसेना ठाकरे गुट के विधायक नितिन देशमुख को आय से अधिक संपत्ति के मामले में मिली शिकायत के आधार पर स्थानीय एन्टी करप्शन ब्यूरो के कार्यालय में उपस्थित रहकर जांच में सहयोग किया. करीब 3  घंटे तक इनसे पूछताछ चली. इस समय अकोला जिले के विधायक, कार्यकर्ता समेत तथा अमरावती के शिवसैनिक बड़ी संख्या में उपस्थित होने से कार्यालय परिसर का वातावरण काफी संतप्त हो गया था. कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री व विधायक रवि राणा के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की. करीब 3 घंटे तक चली पूछताछ के बाद वह बाहर निकलने पर समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी की. घटना की गंभीरता देख पुलिस ने पहले से ही कड़ा बंदोबस्त किया था. इसके बावजूद कार्यकर्ता काफी उत्तेजित होने से उनका पुलिस के साथ विवाद हुआ. जिसे पुलिस ने शांति से निपटा लिया.

    अधिकारियों के अजिबो गरीब सवाल

    प्राप्त जानकारी अनुसार करीब तीन घंटे की पूछताछ के बाद नितिन देशमुख ने एसीबी कार्यालय के बाहर आकर संवाददाताओं से कहा कि उनसे विधानसभा के वर्ष 2019 के चुनाव के पूर्व की संपत्ति का ब्योरा और उसके बाद अब तक की आय का विवरण मांगा गया जो उन्होंने अधिकारियों को दिया. उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि अधिकारियों ने उनसे जिस वाहन का इस्तेमाल करते है, उसमें डीजल किस पेट्रोल पंप से भरते है और वह पैसा कहां से आता है. जबकि देशमुख का कहना था कि अधिकारियों ने उनसे यह सवाल की अपेक्षा थी कि गुवाहाटी से जिस चार्टर्ड प्लेन में आए तथा वापस लौटे, वह खर्च किसने किया. इस बारे में कुछ नहीं पूछा. उन्होंने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाया कि ईडी की नोटिस देकर दबाव डालकर धमका रहे है. उनका कहना था कि शिरिष कोंबे, राणा दंपत्ति,परमवीर सिंह, मोहित कंबोच और किरीट सौमय्या जैसे लोग उपमुख्यमंत्री देंवेंद्र फडवणीस के इशारे पर बयान दे रहे हैं. उन्होंने के कहा कि हमारे नेता उध्दव ठाकरे तथा उनके परिवार पर कोई आरोप किया तो उसका जोरदार विरोध करने की हमारी क्षमता है. राज्य के आगामी चुनाव में भाजपा को इसके परिणाम भुगतने होंगे. 

    शिकायतकर्ता अज्ञात

    उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि वे विधायक रवि राणा को मैं नहीं पहचानते. वह सांसद नवनीत राणा के पति हैं इस कारण उनका परिचय है. हमें भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में कहना आता है. लेकिन वह देश के प्रधानमंत्री हैं इस कारण हम खामोश बैठे हैं. लेकिन इसका मतलब यह न समझा जाए कि हम डर गए अथवा चुप बैठे रहेंगे. आज भी मैं कपड़ों की बैग साथ लेकर आया था. इसके बाद भी जब भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा तब कपड़े साथ लेकर आऊंगा. अधिकारियों ने आगे की कोई तारीख दी नहीं. लेकिन जब भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा मेरा पूरा सहयोग रहेगा. शिकायतकर्ता की जानकारी मांगी गई थी. लेकिन वह देने से इंकार किया गया.

    पूर्व विधायक सहित अनेक पदाधिकारी डटे रहे

    विधायक नितिन देशमुख से एसीबी कार्यालय में तीन घंटे चली पूछताछ के दौरान अकोला जिले के पूर्व विधायक संजय गावंडे, युवा सेना उपजिला प्रमुख दिलीप बोचे, जिला प्रमुख गोपाल दातकर, अकोला जिले के संपर्क प्रमुख सेवकराम ताथोड, मूर्तिजापुर के तहसील प्रमुख संगीत तांबे, शहर प्रमुख विनायक गुल्हाने, छबिले पाटील, डॉ. नवघरे, नंदू बवानिया, इलियास भाई,अमरावती के जिला प्रमुख सुधीर सुर्यवंशी, मनोज कडू, सुनील खराटे, प्रदीप बाजड, प्रशांत वानखडे, श्याम देशमुख, अंकुश कावलकर, महानगर प्रमुख पराग गुडधे, पंजाबराव तायवाडे, भारत चौधरी, दिगंबर मानकर, लक्ष्मी शर्मा, दीपा साबले,शालिनी वाघ, सुरेखा आठवले सहित सैकड़ों कार्यकर्ता एसीबी कार्यालय के सामने कड़ी धूप में नारेबाजी करते हुए डटे रहे.