- जिले में वायरल का प्रकोप बढ़ा
अमरावती. कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रान के साथ ही बढ़ती कड़ाके की ठंड से शहर व जिले में वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ गया है. सर्दी, खांसी, गला बैठना, ठंड लगकर बुखार जैसे लक्षण इस वायरल फीवर में मरीजों में हैं. निजी सहित सरकारी अस्पतालों में मरीजों का तांता लगा हुआ है. प्रत्येक घर में हर घर में दूसरा व्यक्ति सर्दी-खांसी व बुखार से पीड़ित है.
निजी हास्पिटलों में भी भीड़
आमतौर पर दिसंबर माह में ठंड के मौसम के कारण लोगों को सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण होते है. लेकिन दिसंबर माह से अचानक बढ़ी ठंड ने वायरल संक्रमण का प्रमाण तेजी से बढ़ाया है. जिससे अधिक से अधिक लोग वायरल का शिकार हो रहे है. मामूली सर्दी, नाक बंद, गले में खराश के साथ खांसी व ठंड लगकर बुखार आना जैसी शिकायतें मरीजों को हो रही हैं.
इस वायरल का सर्वाधिक असर छोटे बच्चों में हो रहा है. क्योंकि छोटे बच्चों की रोग प्रतीकात्मक क्षमता कम होती है. इसीलिए वायरल का सर्वाधिक प्रभाव छोटे बच्चों में दिखाई दे रहा है. इसीलिए निजी हास्पिटल, सरकारी अस्पताल, ग्रामीण व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों वायरल के मरीजों की कतारें लगी हुई नजर आ रही हैं.
मरीजों की बढ़ी संख्या
मौसम में परिवर्तन के कारण दिसंबर व जनवरी माह से वायरल के मरीजों की संख्या बढ़ी है. सर्दी-जुकाम, गला दर्द,खासी, बुखार व शरीर दर्द जैसे वायरल इन्फेक्शन वाले मरीज अस्पताल में उपचार लेने आ रहे है. मरीज की बढ़ती संख्या को देखकर अस्पताल में अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई है. डाक्टरों व्दारा उपचार किया जा रहा है.- डा.शामसुदंर निकम, सीएस
मौसम में परिवर्तन से प्रभाव
दिन में तापमान व रात में ठंड के वातावरण का नागरिकों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है. मौसम में परिवर्तन के कारण एलर्जी होने की संभावना अधिक रहती है. मौजूदा स्थिति में सर्दी, खांसी, बुखार, शरीर दर्द के मरीजों की संख्या बढ़ी हैं. सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लक्षण देखकर उपचार किया जा रहा है. कोरोना के लक्षण दिखने पर उनकी टेस्ट की जा रही है. लेकिन वायरल इन्फेक्शन में अधिकांश मरीज कोरोना संक्रमण पाए जा हे है.-डा.दिलीप रणमले, डीएचओ
भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से दूर रहे
ठंड के कारण वायरल इन्फेकशन का प्रमाण बढ़ा है. सर्दी, खांसी, बुखार, बदन दर्द जैसी शिकायत के मरीज बढ़ते जा रहे हैं. बच्चों में यह प्रमाण अधिक है. यह वायरल फैमिली में एक सदस्य से सभी में फैल रहा है. इसीलिए वायरल से बचने के लिए बीमार मरीज से सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें, खांसते व छींकते समय रूमाल का इस्तेमाल करें. वायरल होने पर डाक्टर की सलाह लें.- डा.संदीप दानखडे, बालरोग तज्ञ