अमरावती. जिले के तिवसा तहसील अंतर्गत छिदवाड़ी निवासी नाबालिक किसान पुत्री सेजल जाधव ने परिवार की खराब स्थिति व तनाव के कारण शुक्रवार को आत्महत्या कर ली. अपनी पुत्री के अचानक चले जाने से आहत जाधव परिवार को पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने मिलकर शनिवार को सांत्वना दी. उन्होंने सेजल के भाई-बहनों को शिक्षा के लिए गोद लिया और जाधव परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता भी प्रदान की.
शादी की जिम्मेदारी भी स्वीकारी
इस घटना की जानकारी मिलते ही मंत्री ठाकुर ने तत्काल जाधव परिवार से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी. उनकी दुर्दशा को जानकर उन्होंने सेजल के भाई-बहनों की शिक्षा की जिम्मेदारी स्वीकारी और परिवार को तत्काल 10 हजार रुपये की आर्थिक मदद भी दी. एड. ठाकुर ने सेजल के भाई-बहनों की शिक्षा की जिम्मेदारी के साथ-साथ उनके बेटी की शादी की जिम्मेदारी भी स्वीकार की है.
आत्महत्या समस्या का हल नहीं
एक छात्र का ऐसा सोचना और खुद का जीवन समाप्त कर लेना बहुत ही स्तब्ध कर देने वाली घटना है. इस दर्द को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. किसी को भी आत्महत्या जैसा खतरनाक कदम नहीं उठाना चाहिए. आत्महत्या किसी समस्या का इलाज नहीं है. संकट आए तो हार न मानें. एक बार जीवन चला गया तो फिर नहीं आएगा. छात्रों और युवाओं को निराश नहीं होना चाहिए.
यह अपील भी पालकमंत्री ठाकुर ने युवाओं से की. उन्होने बताया कि, जाधव परिवार के एक सदस्य के रूप में हम उनके साथ खड़े रहेगी. सरकार की ओर से शोक संतप्त परिवार की मदद के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक प्रभावी और सुसंगत परामर्श प्रणाली स्थापित करने का भी प्रयास करेंगे. उन्होंने प्रशासन को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया.