अमरावती. सरकार ने विदर्भ के किसानों का मजाक बनाकर रख दिया है. फसल बीमा की राशि अभी तक किसानों के खाते में नहीं आयी है. इस मुद्दे पर विदर्भ में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी चल रहा है. ऐसे में अमरावती के पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल गहरी नींद में है क्या? यह सवाल विधायक यशोमति ठाकुर ने किया है.
फसल बीमा राशि नहीं मिलने से संतप्त हुई विधायक
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार विदर्भ और शेष महाराष्ट्र के किसानों के बीच भेदभाव कर रही है. सरकार ने अमरावती जिले के किसानों का मजाक उड़ाना शुरू कर दिया है. इस मुद्दे पर विधानमंडल में आवाज उठाने की बात भी कही. बीड जिले में फसल बीमा कंपनी 241 करोड़ रुपए का भुगतान कर रही है. बीड में किसान रहते हैं तो अमरावती जिले में किस तरह के जानवर रहते हैं? ठाकुर ने किया. उन्होंने कहा कि अमरावती जिले के 10 हजार किसानों को मात्र 8 लाख रुपये दिए हैं.
उन्होंने चंद्रकांत पाटिल पर निशाना साधते हुए कहा कि अमरावती के पालकमंत्री फसल बीमा की यह राशि देते समय सो जाते हैं. सरकार किसानों के मुद्दे पर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. इसलिए अब किसान किसी भी सूरत में हुक्मरानों को माफ नहीं करेगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर सरकार ने किसानों की समस्या नहीं सुलझाई तो वह विरोध प्रदर्शन करेंगी. अब तक किसी ने भी विदर्भ के किसानों, मराठवाड़ा के किसानों और पश्चिम महाराष्ट्र के किसानों के बीच अंतर नहीं किया था. लेकिन मौजूदा सरकार यह कर रही है.