Ambadas Danve

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छत्रपति संभाजीनगर: गत माह शहर में रामनवमी की पूर्व रात हुए दो गुटों में झड़प के बाद स्थानीय पुलिस (Local Police) के कामकाज पर कई सवाल उठ रहे है। इसी दौरान राज्य के विधान परिषद के विरोधी पक्ष नेता अंबादास दानवे (Ambadas Danve) ने शहर में आयोजित प्रेस वार्ता में छत्रपति संभाजीनगर शहर पुलिस (Chhatrapati Sambhajinagar Police) एजेंट के माध्यम से अवैध धंधों को खुले आम बढ़ावा देकर हर माह एजेंटों के माध्यम से 60 से 80 लाख रुपए की हफ्ता वसूली का गंभीर आरोप लगाया है। इन आरोपों पर शहर के सीपी डॉ. निखिल गुप्ता सहित अन्य आला अधिकारियों ने देर शाम तक चुप्पी साधी रखी थी। इससे दानवे के आरोपों को बल मिलने के साथ ही एक-एक अवैध धंधे चलाने वालों से कितने पैसे वसूले जा रहे है, इसकी सूची (List) भी विरोधी पक्ष नेता दानवे ने जारी करने के चलते शहर पुलिस दल में खलबली मच गई है।

प्रेस वार्ता में दानवे ने शहर पुलिस द्वारा की जा रही हफ्ता वसूली की सूची ही जारी की। गुटखा, हाथ भट्टी की शराब, मटका, लॉटरी, लॉजिंग, वाईन शॉप, जुआ अड्डा चालक, रेती, अवैध गैस रिफिलिंग, मुरुम की तस्करी के अलावा निजी वसूली का सारा चिठ्ठा खोलते हुए किससे कितना हफ्ता वसूले जा रहा हैं,  इसकी विस्तृत जानकारी दी। दानवे ने आरोप लगाया कि शहर पुलिस की हफ़्ता वसूली से शहर में आए दिन अवैध धंधा बढ़ रहा हैं। 

लाखों रुपए वसूलने का आरोप 

दानवे ने बताया कि राज्य में गुटखा बंदी होने के बावजूद शहर में बड़े पैमाने पर पुलिस की आशीर्वाद से गुटखा बेचकर युवाओं का जीवन खराब किया जा रहा है। अवैध रुप से गुटखा का कारोबार करनेवालों की सूची भी दानवे ने जारी कर गुटखा का कारोबार करने वाले हर एक कारोबारी से 20 हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपए तक हफ्ता वसूली जारी हैं। वहीं, हाथ भट्टी की शराब  बेचनेवालों से 18 लाख, अवैध रुप से शहर में मटका चलानेवालों से 12 लाख, लॉजिंग और वाईन शॉप, जुए के अड्डे चलाने वालों से भी एजेंटों के माध्यम से लाखों रुपए वसूलने का आरोप विरोधी पक्ष नेता दानवे ने लगाया।

 सीपी के कार्यप्रणाली पर जताया शक 

गत माह रामनवमी की पूर्व रात शहर के किराडपुरा परिसर में स्थित राम मंदिर के सामने हुए झड़प को लेकर विरोधी पक्ष नेता अंबादास दानवे ने शहर के सीपी डॉ. निखिल गुप्ता के कार्यप्रणाली पर शक करते हुए कहा कि दंगा आरंभ होने के दो घंटे बाद डॉ. निखिल गुप्ता किराडपुरा पहुंचे थे। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या सीपी शहर को जलाना चाहते थे?। इसलिए इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होना जरुरी है। दानवे ने बताया कि किराडपुरा में हुए दंगे के दो दिन पूर्व ही मैंने सीपी से खुद मुलाकात कर शहर में हालत बिगड़ने को लेकर शक जताया था। इसके बावजूद उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। 

पुलिस के आला अधिकारियों ने साधी चुप्पी 

राज्य के विरोधी पक्ष नेता अंबादास दानवे ने गुरुवार की प्रेस वार्ता लेकर शहर पुलिस और सीपी डॉ. निखिल गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए। शहर पुलिस द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ पत्रकारों ने दानवे के आरोपों पर सीपी डॉ. गुप्ता से स्पष्टीकरण भी मांगा, लेकिन देर शाम तक शहर पुलिस के आला अधिकारियों और खुद सीपी ने इस मामले में चुप्पी साधी रखी थी।