
विकास की जो मांगे आयी, उन्हें तत्काल मंजूर किया
उन्होंने राज्य की तत्कालीन ठाकरे सरकार का नाम लिए बिना तंज कसते हुए कहा कि राज्य की तत्कालीन सरकार में विकास कार्य पूरी तरह ठप थे। सरकार बदलते ही हमने विकास पर जोर देकर कई उपक्रम हाथ में लिए। सबसे पहले वॉटर ग्रिड योजना के तहत अन्य क्षेत्रों से बहने वाले पानी मराठवाड़ा में पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेकर उसे मान्यता दी। वर्तमान में शहर में कई विकासात्मक कार्य जारी है। उसका मुख्य कारण केन्द्र व राज्य सरकार से औरंगाबाद शहर के विकास के लिए बड़े पैमाने पर निधि उपलब्ध हुआ है। शहर के विकास के लिए जो भी मांगे राज्य सरकार के पास आयी, उन मांगों को हमने तत्काल मंजूर कर पूरा करने की कोशिश की। जिसमें नई पेयजल योजना के लिए 2 हजार 700 करोड़, रास्तों के निर्माण के लिए 500 करोड़ रुपए उपलब्ध कराने की जानकारी देते हुए सीएम शिंदे ने कहा, औरंगाबाद मध्य के विधायक प्रदीप जैसवाल द्वारा बीते कई सालों से 300 साल पुराने तीन पुलों के निर्माण के लिए 100 करोड़ की राशि मांगने पर वह निधि तत्काल उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया।
तत्कालीन फडणवीस सरकार के निर्णय को सराहा
शिंदे ने राज्य की तत्कालीन देवेन्द्र फडणवीस सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब फडणवीस राज्य के सीएम थे, तब विदेशी निवेश में महाराष्ट्र नंबर एक पर था। बीच के काल में महाराष्ट्र विदेशी निवेश में पिछड़ गया। शिंदे ने विदेशी निवेश को लेकर महाराष्ट्र के पिछड़ने के लिए राज्य की तत्कालीन ठाकरे सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि बीते कुछ सालों में विदेशी निवेश अन्य राज्यों में पहुंची। लेकिन, महाराष्ट्र में जैसे ही महायुति की सरकार स्थापित हुई, हम फिर विदेशी निवेश में महाराष्ट्र को एक नंबर पर लाना चाहते है। बीते एक साल में कई विदेशी कंपनियां महाराष्ट्र में पहुंची। हमारी सरकार स्थापित होते ही 1 लाख 37 हजार करोड़ रुपए के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। नौकरी भर्ती पर जोर देकर राज्य के सभी विभागों में करीब सवा लाख अधिकारी व कर्मचारी भर्ती करने का निर्णय लिया गया। 35 सिंचाई प्रकल्प को मंजूर किया।
केन्द्र सरकार महाराष्ट्र पर मेहरबान
मुख्यमंत्री ने शिंदे ने केन्द्र सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के विकास के लिए बड़े पैमाने पर निधि केन्द्र सरकार उपलब्ध करा रहा है। केन्द्र हमारे साथ होने से हम मराठवाडा सहित राज्य के हर क्षेत्र में विकास कार्यों को पूरा करने में कामयाब हो रहे है। उन्होंने मराठवाडा में पानी की समस्या हल करने के लिए वॉटर ग्रिड व जलयुक्त शिविर योजना-2 पर दोबारा अमलीजामा पहनाने पर जोर देते हुए कहा कि यह योजनाएं किसानों के लिए लाभदायक साबित होगी। उन्होंने शहर के उद्योगपतियों द्वारा मंथन उपक्रम के माध्यम से शहर के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की। सीएम शिंदे ने विश्वास जताया कि मंथन उपक्रम से शहर के विकास को गति मिलेगी। किसानों के लिए कृषि विश्वविद्यालय के माध्यम से अलग-अलग उपक्रमों पर अमलीजामा पहनाकर उन्हें बारिश होने का सही समय, कौन से फसलों का उत्पादन अधिक हो, इस पर जोर देने की सलाह सीएम शिंदे ने कृषि मंत्री को दी। मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम आंदोलन की यादें ताजा करते हुए मराठवाडा को निजाम से मुक्त करने के लिए जिन स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया, उन्हें अभिवादन करते हुए कहा कि औरंगाबाद शहर का इतिहास तेजस्वी व प्रेरणादायी है।
जी-20 परिषद के चलते मोदी ने विश्व का दिल जीता
अंत में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जी-20 परिषद के चलते विश्व में भारत की अलग पहचान बनी है। परिषद को लेकर विश्व के कई देशों के राष्ट्रपति हमारे देश पहुंचे। उसमें पीएम मोदी ने अपनी एक छाप छोडी। उन्होंने जी-20 परिषद के सहारे पूरे विश्व का दिल जीता। आज हमारा देश आर्थिक उन्नति में 5वें नंबर पर है, पीएम मोदी उसे तीसरे नंबर पर लाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे है।