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छत्रपति संभाजीनगर: नव नियुक्त महानगरपालिका कमिश्नर और  स्मार्ट सिटी के  सीईओ जी. श्रीकांत और कलेक्टर आस्तिक कुमार पांडेय (Astik Kumar Pandey) के साथ डिविजनल कमिश्नर सुनील केंद्रेकर ( Sunil Kendrekar) ने स्मार्ट सिटी (Smart City) की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। स्मार्ट सिटी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण शिंदे ने स्मार्ट सिटी के तहत शहर में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी डिविजनल कमिश्नर सुनील केंद्रेकर को दी। इनमें सिटी बस सर्विस, सर्विलांस कैमरा, ई-गवर्नेंस, स्मार्ट स्कूल, सफारी पार्क शामिल हैं। परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति और महत्व के बारे में में भी जानकारी दी। 

इस अवसर पर स्मार्ट सिटी के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौरभ जोशी, बस विभाग के प्रमुख राम पाऊनिकर, मुख्य लेखा अधिकारी उत्तम चव्हाण, विष्णु लोखंडे सहित स्मार्ट सिटी के अन्य कर्मचारी और अधिकारी उपस्थित थे।

पर्यटन को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना

डिविजनल कमिश्नर ने इस समय कहा कि जब वे महानगरपालिका कमिश्नर थे, तब उन्होंने सिद्धार्थ गार्डन में जानवरों के लिए जगह की कमी के कारण मिटमिटा में एक सफारी पार्क के लिए जमीन हासिल की थी। सफारी पार्क शहर के पर्यटन को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है। ओडिशा के नंदनकानन प्राणी संग्रहालय की तरह इस परियोजना को उच्च स्तर पर विकसित किया जाना चाहिए ताकि जानवरों के साथ कोई अन्याय न हो। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थ गार्डन में जानवरों की संख्या अधिक और विविधिता है, उन्हें सफारी पार्क में अच्छी व्यवस्था मिलेगी। उन्होंने टाइगर सफारी बनाने के लिए स्मार्ट सिटी को भी प्रोत्साहित किया।

डिविजनल कमिश्नर ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव

डिविजनल कमिश्नर ने नव नियुक्त महानगरपालिका कमिश्नर  को ऐतिहासिक नहर को संरक्षित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यूरोप में ऐतिहासिक धरोहरों को न केवल संरक्षित किया जाता है, बल्कि उनका उपयोग भी किया जाता है। चौथी शताब्दी की एक रोमन नहर को इस्तांबुल में संरक्षित और जारी रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमारे शहर की ऐतिहासिक नहरों के संरक्षण पर ज्यादा खर्च नहीं आएगा, लेकिन हमें यह देखना चाहिए कि कैसे नवीन टेक्निक से संरक्षण किया जा सकता है। उन्होंने सभी स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के लिए स्मार्ट सिटी को बधाई दी और महत्वपूर्ण सुझाव दिए।