Aastik Pandey

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    औरंगाबाद : कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की तीसरी लहर (Third Wave) रोकने के लिए औरंगाबाद महानगरपालिका प्रशासन (Aurangabad Municipal Administration) मुस्तैद हो चुका है। महानगरपालिका प्रशासक (Municipal Administrator)और कमिश्नर (Commissioner) आस्तिक कुमार पांडेय (Astik Kumar Pandey) ने तीसरी लहर को फैलने से रोकने के लिए 15 मुद्दों पर काम करने का निर्णय लिया है। जिसमें प्रमुख रुप से वॉर रूम (War Room) गठित कर वहां अनुभवी डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति कर हर कोरोना पीड़ित हर मरीज पर बारिकी से नजर रखना।

    महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि प्रशासन कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए पूरी तरह मुस्तैद हो चुका है। प्रशासन ने हर मरीज को तत्काल इलाज की सारी सुविधाएं मुहैया कराने के  साथ ही उसके स्वास्थ्य पर हर दिन नजर रखने और जरुरत के अनुसार उस पर ट्रीटमेंट करने के लिए वॉर रुम गठित करने का निर्णय लिया है। इन दिनों वॉर रुम का काम युध्दस्तर पर जारी है। वॉर रुम आगामी दो से तीन दिन में कार्यरत होगा। कमिश्नर ने शहर में बीते 5 दिनों में कोरोना पीड़ित मरीजों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताते हुए कहा कि प्रशासन महामारी को फैलने से रोकने के लिए हर संभव प्रयासों में जूटा है। 

    मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए सिटी बस का इस्तेमाल किया जाएगा

    कमिश्नर आस्तिक पांडेय ने बताया कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर पर तत्काल काबू पाने के लिए हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर्स को तत्काल प्रतिबंधक बुस्टर डोज देना। जिन नागरिकों ने दो डोज लिए है, उन्हें तत्काल प्रतिबंधक बुस्टर डोज देना। घरों में क्वारंटाईन किए गए मरीजों को आभासी चिकित्सा निर्माण की सुविधा के अलावा मॉनिटरिंग एंड सुपरविजन के लिए वॉर रुम स्मार्ट सिटी योजना के माध्यम  से गठित किया जा रहा है। उसके लिए जरुरी मनुष्यबल खड़ा करना। प्रथम और दूसरी लहर में जिन इमारतों में कोविड केयर सेंटर शुरु किए गए थे, उन इमारतों को महानगरपालिका प्रशासन कब्जे में लेकर वहां तत्काल कोविड केयर सेंटर शुरु करना। कोरोना की प्रथम दो लहर में महानगरपालिका प्रशासन के साथ काम किए डॉक्टर और नर्सेस से बातचीत कर जरुरत के अनुसार उनकी मदद से नई भरती करना। महानगरपालिका में कार्यरत डॉक्टर और नर्सेस को घाटी में दो दिन के लिए ट्रेनिंग के लिए भेजना। महानगरपालिका के पास उपलब्ध सभी ऑक्सीजन टैंक भरकर रखे गए है। वॉर रूम में हमेशा के लिए दो एम्बुलेंस तत्काल सेवा देने के लिए कार्यरत रहेंगे। जरुरत पड़ी तो मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए  सिटी बस का इस्तेमाल किया जाएगा। 

    मरीज से हर दिन होगी बातचीत 

    महानगरपालिका प्रशासक ने बताया कि तीसरी लहर के रोकथाम के लिए वॉर रुम में कार्यरत डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी जरुरत के अनुसार हर दिन कोरोना पीड़ित मरीज से बातचीत करेंगे। जिन लोगों को कोरोना हो चुका है, उन्हें  जरुरत पड़ी तो उनके बेहतर स्वास्थ्य  के लिए काउंसलिंग की जाएगी। वॉर रुम में एक्सपर्ट डॉक्टर नियुक्त रहेंगे। जो मरीज अपने स्वास्थ्य को लेकर डॉक्टर से बात करना चाहता है, वह  वॉर रुम में कार्यरत डॉक्टरों से बातचीत कर अपनी स्वास्थ्य समस्या का समाधान कर सकेंगे। जो मरीज 5 दिन तक बीमार रहेगा, उसके घर महानगरपालिका कर्मचारी पहुंचकर उसके स्वास्थ्य की जानकारी लेंगे। मेरा हेल्थ मेरा स्वास्थ्य एप में मानसीक इलाज के बारे में जानकारी अपडेट की जाएगी। ताकि, नागरिकों को आसानी से जानकारी मिल सकें। साथ ही 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सिनिशन कराना, महानगरपालिका के अधिकारी और कर्मचारी बाधित न हो इस पर विशेष लक्ष्य केंद्रित किया जाएगा।