Ambadas Danve

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    औरंगाबाद : मराठवाड़ा (Marathwada) का पानी प्रशन, खेती, फसल बीमा, किसानों की आत्महत्या, कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार द्वारा किए गए विविध घोटाले के अलावा संभाग के अन्य प्रशनों पर हाल ही में नागपुर में संपन्न हुए राज्य सरकार (State Government) के शीतकालिन अधिवेशन (Winter Session) में आक्रमक रुप से भूमिका रखी है। यह जानकारी राज्य विधान परिषद के विरोधी पक्ष नेता अंबादास दानवे (Opposition Leader Ambadas Danve) ने आयोजित प्रेस वार्ता में दी। 

    उन्होंने बताया कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विरोधी पक्ष नेता की मुझ पर जो जिम्मेदारी सौंपी, उस पर खड़ा उतरते हुए मराठवाड़ा के औरंगाबाद, हिंगोली, जालना, उस्मानाबाद आदि जिलों सहित राज्य के महत्वपूर्ण विषय मुद्दे अधिवेशन में रखकर सरकार का ध्यान आकर्षित किया। इसमें प्रमुख रुप से औरंगाबाद के सरकारी लॉ कॉलेज शुरु करने के लिए जरूरी 100 करोड़ का निधि उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव ने नकार कर एक तरह से मराठवाड़ा पर अन्याय और बाधा निर्माण करने का आरोप दानवे ने लगाया। सप्लीमेंट्री मांगों में इस निधि का प्रावधान होना जरूरी था। वहीं, फडणवीस सरकार द्वारा हाथ में लिए गए मराठवाड़ा वॉटर ग्रीड प्रकल्प के बारे में भी विचार होना चाहिए था। बारिश का पानी जाया न होते हुए वह मराठवाड़ा को मिलना चाहिए, इसको लेकर भी भूमिका सभागृह में विस्तृत रुप से पेश की। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के जिले के मशहुर खुलदाबाद, एलोरा में हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक सैर के लिए आते है। इस महामार्ग पर आए दिन हो रही दुर्घटनाओं की संख्या को ध्यान में रखकर इस परिसर में ट्रामा केयर सेंटर स्थापित करना, जिसमें खुलदाबाद और एलोरा में यह ट्रामा सेंटर स्थापित हो, यह मांग सरकार के समक्ष रखीं। इसके अलावा औरंगाबाद में अधिकार न होने के बावजूद रेती ठेकेदार को रेती का पत्ता बदकर देने का काम कृषि मंत्री सत्तार ने किया, उस और भी सभागृह का ध्यान आकर्षित किए जाने की जानकारी विरोधी पक्ष नेता अंबादास दानवे ने दी। 

    मराठवाड़ा में बढ़ाई जाए आयटी पार्क की संख्या 

    राज्य में 29 लाख 38 हजार कामगारों में से विदर्भ में सिर्फ 2 लाख 38 हजार कामगार कार्यरत है। अकेले मुंबई में 53 आयटी पार्क है। औरंगाबाद में 3 और नागपुर में 5 ऐसे 8 आयटी पार्क कार्यरत है। इसलिए मराठवाड़ा में आयटी पार्क की संख्या बढ़ाने के बारे में सरकार ने विशेष विचार करने की मांग दानवे ने सभागृह में की। मराठवाड़ा में मूलभूत सुविधाएं होने के बावजूद औद्योगिक विकास नहीं हो पाया है। सुक्ष्म, मध्यम और लघु उद्योजकों के बारे में विदर्भ और मराठवाड़ा काफी पिछड़ा है। केंद्र में इस विभाग का मंत्री पर महाराष्ट्र के पास है। उस विभाग की कई योजनाएं है, उस बारे में जनजागृति करने को लेकर  राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करने की जानकारी राज्य विधान परिषद के विरोधी पक्ष नेता अंबादास दानवे ने दी। प्रेस वार्ता में पूर्व मेयर नंदकुमार घोडेले, उपजिला प्रमुख संतोष जेजुरकर, अंकुश रंधे, शहर प्रमुख विजय वाघचौरे, बालासाहाब थोरात, पूर्व विधानसभा संगठक राजू वैद्य, दिनेश मुथा, प्रतिभा जगताप, सुनीता आउलवार आदि उपस्थित थे।