औरंगाबाद : शिवसेना (Shivsena) में हुई बगावत के बाद से पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को अंधकार मय दिन दिखाई दे रहे है। जिसके चलते उन्हें चारों तरफ अंधेरा दिखाई दे रहा है। इसीलिए वे सुबह से लेकर शाम तक बीजेपी (BJP), अमित शाह (Amit Shah) और मुझे पर टिका-टिप्पणी कर रहे है। अमित शाह तो उद्धव ठाकरे का नाम लेना भी मुनासिब नहीं समझ रहे है। क्योंकि, अमित शाह सूरज है और उध्दव ठाकरे एक दिया। उद्धव इन दिनों काफी डरे हुए है। उस डर में ही वह बीजेपी पर निशाना साध रहे है। यह तंज बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) ने यहां पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर कसा।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी गत महीने संभालने के बाद बावनकुले का औरंगाबाद में पहली बार आगमन हुआ। तब उन्होंने आयोजित प्रेस वार्ता में उद्धव ठाकरे और शिवसेना पर तंज कसते हुए ठाकरे को सलाह दी कि वे किसी पर टिका-टिप्पणी करने के बजाए अपने बची कुची शाखा को मजबूत बनानें के लिए काम करें। वे अगर, इसी तरह बीजेपी और अमित शहा पर टिका-टिप्पणी करते रहेंगे तो उनकी पार्टी की बची कुची शाखा भी खत्म हो जाएगी। फिर एक दिन एैसा आएगा कि मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी में उन्हें जिना पड़ेगा। बावनकुले ने उद्धव ठाकरे द्वारा दो दिन पूर्व दिए अपने भाषण में बीजेपी पर किए प्रहार पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि आज मुंबई में भी शिवसेना की स्थिति बेहद कमजोर हो चुकी है। यहीं कारण है कि मुंबई में लगे पोस्टरों पर सिर्फ 4 फोटो दिखाएं दे रहे है। ऐसी स्थिति में किस पर टिका-टिप्पणी करने के बजाए राज्य के विकास के लिए क्या करना चाहिए, इसको लेकर जनता के समक्ष आवाज उठाने चाहिए। अमित शहा मुंबई आए तो उसका दु:ख उद्धव को क्यों हुआ? यह सवाल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कर उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा।
📍 छत्रपती संभाजी नगर येथे संघटनात्मक बैठकीत कार्यकर्त्यांना संबोधित करताना https://t.co/PoP1KRKcnL
— Chandrashekhar Bawankule (@cbawankule) September 23, 2022
राज ठाकरे पर उमड़ा प्रेम
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि वह काफी दिलदार नेता है। वे दोस्ती के लायक है। दोस्ती को बेहतर बनाए रखने में राज ठाकरे माहिर है। राज ठाकरे से मेरी और देवेंद्र फडणवीस की हाल ही में जो मुलाकात हुई, तब हमारी किसी प्रकार की राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। बावनकुले बार-बार राज ठाकरे की प्रशंसा करने से नहीं चुके।
आगामी विधानसभा में 200 सीट जीतने का लक्ष्य
बावनकुले ने बताया कि हमने आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य के 48 में से 45 और विधानसभा में 288 में से 200 सीट जितने का लक्ष्य रखा है। गत महीने मैंने प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद से आज तक मैंने 14 जिलों का दौरा किया। मेरा प्रयास है कि हर बूथ के पदाधिकारियों तक पहुंचकर बीजेपी की ताकद राज्य में बढ़ाए। समाज के हर घटक/वर्ग को बीजेपी से जोड़ें। साथ ही शिंदे-फडणवीस सरकार के माध्मय से गरीबों के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा शरू की गई योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाएं।
राज्य में बीजेपी और शिंदे शिवसेना का रही रहेगा बोलबाला
उन्होंने साफ किया कि बीजेपी शिंदे गुट के साथ मिलकर ही आगामी सभी चुनाव लड़ेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में राज्य में बीजेपी और शिंदे गुट के अधिक से अधिक जन प्रतिनधि चूने जाएंगे। उन्होंने शिंदे-फडणवीस सरकार की स्थापना पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह सरकार जनता के हित में कई बेहतर निर्णय ले रही है। गत ढ़ाई साल से महाराष्ट्र में स्थापित ठाकरे सरकार ने राज्य को हर क्षेत्र में कमजोर करने का आरोप बावनकुले ने लगाते हुए कहा कि 18 महीने तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे ने घर में रहकर ही काम किया। ऐसे सीएम से कैसे राज्य का विकास हो सकता। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने हाल ही में संपन्न हुए ग्राम पंचायत चुनाव में बीजेपी और शिंदे गुट ने 608 ग्राम पंचायतों में से 335 ग्राम पंचायतों पर कब्जा करने का दावा ने किया। विशेषकर, बीजेपी से जो सरपंच जनता के माध्यम से चूने गए, वे पार्टी के पद कार्यरत थे। ओबीसी को आरक्षण दिलाने में बीजेपी की भूमिका महत्वपूर्ण बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि ओबीसी समाज को बीजेपी के चलते ही आरक्षण मिला है। राज्य में तत्कालीन ठाकरे सरकार ने ओबीसी समाज को आरक्षण देने में जानबूझकर लापरवाही की। परंतु, जैसे ही राज्य में सत्ता परिवर्तन होकर शिंदे-फडणवीस सरकार का गठन हुआ। इस सरकार ने ओबीसी समाज को आरक्षण दिलाया। उन्होंने आरोप लगाया कि ठाकरे सरकार में ही ओबीसी आरक्षण की उपेक्षा हुई थी। बावनकुले ने तत्कालीन ठाकरे सरकार द्वारा मराठवाड़ा और विदर्भ वैधानिक विकास महामंडल को समयावधि बढ़ाकर न देने के निर्णय पर भी कड़ी नाराजगी जताते हुए तत्कालीन ठाकरे सरकार को जमकर कोसा। उनका कहना था कि वैधानिक विकास मंडल से ही उस क्षेत्र का बैकलॉग भरा जा सकता। क्योंकि, वैधानिक विकास मंडल मजबूत होने पर ही बैकलॉक भरना आसान होता है। वैधानिक विकास मंडल की समयावधि न बढ़ाना यह ठाकरे सरकार का एक षडयंत्र होने का आरोप बावनकुले ने लगाया। प्रेस वार्ता में राज्य के सहकारिता मंत्री अतुल सावे, प्रदेश महासचिव और शहर अध्यक्ष संजय केणेकर, पूर्व मेयर बापू घडामोडे, अनिल मकरिए आदि उपस्थित थे।