40 परिवारों ने किया था मतदान पर बहिष्कार, आश्वासन के पश्चात आंदोलन लिया पिछे

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    • घरकुल नहीं तो मतदान नहीं 
    • नागरिकों ने किया मतदान 

    भंडारा. मोहाडी तहसील के 80 वर्ष से अतिक्रमण होनेवालों को घरकुल नहीं तो मतदान नहीं इस मांग को लेकर गाव के 40 परिवारों ने मतदान पर बहिष्कार किया था.

    दोपहर 3 बजे के दौरान मोहाडी तहसीलदार दीपक कारंडे की सुचना अनुसार खंड विकास अधिकारी पल्लवी वाडेकर, सरपंच महादेव बुरडे, ग्रामसेवक पंकज काटेखाये ने आंदोलक नागरिकों की भेंट ली. उनकी मांगे ध्यान में लेकर शासन को जानकारी देने का लिखित आश्वासन दिए जाने से मतदान का बहिष्कार पिछे लेते हुए नागरिकों ने 5 बजे के दौरान मतदान केंद्र पर जाकर मतदान किया. 

    मोहाडी तहसील के गांधी वार्ड में बुनियादी सुविधा नहीं, नाली, सडक व स्ट्रीट लाईट नहीं, घरों पट्टे नहीं ब व ड लिस्ट में नाम होकर भी ग्रापं प्रशासन अतिक्रमण का मुद्दा आगे कर घरकुल के हक से वंचित रखने की समस्या रखकर अधिकारियों को फाईल पर लिया गया था. इसके पहले अतिक्रमित जगह पर अनेकों को घरकुल का लाभ दिया गया था. उस पद्धत से आज भी घरकुल का लाभ दिया जाने की मांग पर अडे थे. 

    परिसर व तहसील में अतिक्रमण के नाम पर घरकुल का लाभ रोका नहीं गया. फिर पालोरा गाव में ही अन्याय क्यों ऐसा सवाल पुछा गया था. जबतक घरकुल का लाभ मिलने का आश्वासन नहीं मिलता तबतक मतदान नहीं पर अडे थे.  

    आखिर सरपंच व ग्रामसेवक ने सबके सामने समस्या छुडाने का लिखित आश्वासन देने से बहिष्कार पिछे लेकर लोकशाही को मजबुत करने के लिए सभी ने एकजुटता दिखाकर मतदान केंद्र पर जाकर मतदान किया.   

    इस समय दोपहर में के.बी. चौरागडे, सरीता चौरागडे, बाबु ठवकर, करडी के थानेदार निलेश वाजे ने आंदोलक की भेंट ली. आंदोलकों ने ग्रापं प्रशासन के निष्क्रीय व उदासिन नीति की वजह से हम शासन के घरकुल योजना से वंचित होने का बताया. गाव में कुल 60 परिवार इससे प्रभावित है. अभी प्रशासन इस पर क्या प्रयास करती है इस ओर देखते हुए आंदोलणकर्ता नागरिकों ने बताया है.