- तहसील की 4थीं घटना
लाखांदूर. पिछले सप्ताह इंदौरा जंगल परिसर के तालाब में मछली पकड़ने गए व्यक्ति का नरभक्षी बाघ ने शिकार करने की घटना हुई थी. इस घटना को 10 दिन नहीं बीते की मालिकी खेत पर फसलों के परिक्षण के लिए अन्य एक साथीदार के साथ गए किसान पर नरभक्षी बाघ ने हमला कर 13वां शिकार करने की घटना हुई. उक्त घटना 30 सितंबर को सुबह 10 बजे के दौरान तहसील के कन्हालगाव खेत क्षेत्र में घटी हुई है. इस घटना में स्थानीय कन्हालगाव निवासी तेजराम बकाराम कार (45) नामक किसान की मृत्यु हुई है.
फसलों के परिक्षण के दौरान हुई घटना
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना के दिन सुबह के दौरान मृतक तेजराम कार नामक किसान स्थानीय कन्हालगाव के मनोज शालिक प्रधान (30) नामक युवक के साथ मालिकी खेत पर फसलों के परिक्षण के लिए गया था. खेत फसलों का परिक्षण कर कुछ समय बाद मृतक किसान खेत के एक पेड़ से बकरियों का चारा तोड़ने गया. इस दौरान जंगल क्षेत्र से खेत क्षेत्र में घुसे सिटी-1 नामक नरभक्षी बाघ ने किसान पर हमला बोल दिया. नरभक्षी बाघ का किसान पर हमला देखते ही अन्य साथीदार मनोज घबराते हुए शोर मचाया. इस बीच अन्य साथीदार ने घटना की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों सहित लाखांदूर वनविभाग को दी.
लाखांदूर तहसील की चौथी घटना
बताया गया की इसके पुर्व पिछले 27 जनवरी को तहसील के दहेगांव जंगल में सरापन जमा करने गए प्रमोद चौधरी (54) नामक व्यक्ति नरभक्षी बाघ का पहला शिकार हुआ था. जबकि 4 अप्रैल को तहसील के इंदौरा जंगल में महुआ फूल चुनने गए स्थानीय जयपाल कुंभरे (40) व 21 सितंबर को जंगल परिसर के तालाब में मछली पकड़ने गए अरुण नगर निवासी विनय मंडल (45) नामक युवक की नरभक्षी बाघ ने तीसरी शिकार की थी. हालांकि तीसरी शिकार किए 10 दिन नहीं बीते की 30 सितंबर को खेत पर गए कन्हालगांव निवासी तेजराम कार (45) की चौथी शिकार करने की जानकारी है. उक्त सभी शिकार सीटी-1 नामक नरभक्षी बाघ ने करने का आरोप लगाकर अब तक कुल 13 व्यक्ति नरभक्षी बाघ के शिकार होने की जानकारी दी गई है.
नरभक्षी बाघ के बंदोबस्त के लिए आक्रोश
30 सितंबर को तहसील के कन्हालगांव में नरभक्षी बाघ ने तेजराम कार (45) नामक किसान के शिकार की घटना मालूम होते ही नागरिकों में तीव्र आक्रोश व्यक्त किया गया. इस दौरान नागरिकों ने घटनास्थल पर पहुंचे वन परिक्षेत्र अधिकारी रूपेश गावित क्षेत्र सहायक जे. के. दिघोरे, आर. आर. दुनेदार, आय. जी. निर्वाण, वनरक्षक एस. जी. खंडागले, जी. डी. हत्थे, बी. एस. पाटिल, आर. एस. भोगे, आर. ए. मेश्राम, डी. पी. केवट, एम. एस. चांदेवार, जी. एम. गरपडे, वन मजदूर पांडू दिघोरे, विकास भूत, वाहन चालक प्रफुल राउत आदि वन अधिकारी कर्मियों से नरभक्षी बाघ के बंदोबस्त के लिए तुरंत कार्रवाई की मांग की. इस दौरान स्थानीय लाखांदूर के थानेदार रमाकांत कोकाटे के मार्गदर्शन में पुलिस हवालदार गोपाल कोसरे, पुलिस अंमलदार योगराज घरट व भूपेश बावनाकुले ने मृत किसान के शव का पंचनामा कर शव पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया है.