पैर पड़ो आंदोलन के तहत बोनस की मांग, राज्य के मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

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    लाखांदूर. इस वर्ष के खरिफ में बुआई किए गए धान फसल पर अपर्याप्त बारिश एवं विभिन्न किट रोगों सहीत तुडतुडा किट रोग के प्रकोप में बुआई किए फसल की बडी मात्रा में क्षती हुई है. जिसके कारण खरिफ में लगाए गए फसल के उत्पादन में भी कमी आने की संभावना है. 

    इस स्थिती में धान उत्पादक किसान आर्थिक संकट में पाए जाने की संभावना को लेकर पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी खरिफ में लगाए गए धान फसल को प्रती एकड़ 1 हजार रुपये बोनस मंजुरी के लिए पैर पडो आंदोलन का आयोजन किया गया. जिसके तहत राज्य के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर धान फसल को बोनस की मांग की गई है. 

    उक्त आंदोलन 9 नवंबर को दोपहर 12 बजे तहसील के प्रहार जनशक्ती पार्टी के नेतृत्व में स्थानीय तहसील कार्यालय के सामने आयोजित किया गया था. 

    प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष के खरिफ में किसानों द्वारा लगाए गए धान फसल पर अपर्याप्त बारिश एवं विभिन्न किट रोग सहित तुडतुडा के प्रकोप में बडी मात्रा में फसल की क्षती हुई  है. हालाकी पिछले वर्ष भी खरिफ में बाढ़ सहित विभिन्न प्राकृतीक आपदा एवं किट रोग के प्रकोप के कारण फसल उत्पादन में कमी आयी थी. 

    जिसके कारण तहसील प्रशासन द्वारा खरिफ के तहत केवल 0.037 पैसे पैसेवारी होने की जानकारी दी गई थी. हालांकि यह पैसेवारी न्यूनतम 0.50 पैसे से कॉफी कम होने के कारण तहसील में अकाल सदृश्य  स्थिति का डर व्यक्त किया गया था. 

    जिसके अनुसार स्थानीय तहसील के किसान एवं नागरिकों द्वारा तहसील में अकाल के तहत विभिन्न उपाय योजनाए मंजुर करने की मांग की गई थी. किंतु इस मांग की ओर सरकार द्वारा अनदेखी कर अकाल की घोषणा नहीं किए जाने का आरोप लगाया गया है. 

    इस बीच इस वर्ष के खरिफ में भी विभिन्न आपदाओं सहित किट रोगों के प्रकोप में धान फसल उत्पादन में कमी आने के साथ ही पैसेवारी में भी कमी पाए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है. 

    इस स्थिति में पिछले दो वर्षों से आर्थिक संकट का सामना कर रहे धान उत्पादक किसान और भी आर्थिक दुर्बल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. इस स्थिति में किसानों एवं नागरिकों को आर्थिक संकट से छुटकारा मिलने के लिए सरकार द्वारा धान फसल को प्रती एकड़ 1 हजार रुपये बोनस की मांग को लेकर पैर पडो आंदोलन किया गया. 

    इस दौरान स्थानीय लाखांदूर के तहसीलदार अखिलभारत मेश्राम के तहत बोनस की मांग को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया. 

    ज्ञापन भेजते समय प्रहार के जिला उप प्रमुख धानराज हरवार, साकोली विधानसभा प्रमुख चंद्रशेखर टेंभूर्णे, तहसील प्रमुख प्रकाश नाकतोडे, आदेश शेंडे, खेमराज भुते, हेमलता लांजेवार सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता एवं नागरिक बडी संख्या में उपस्थित थे.