शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों का काली फीत लगाकर प्रदर्शन

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    भंडारा. शिक्षक और शिक्षण सेवकों की मांगों को लेकर शासन की ओर से निरंतर उपेक्षा बरती जा रही है. अपनी मांगों पर शासन का ध्यानाकर्षण करने के लिए विदर्भ ज्युनियर कॉलेज शिक्षक असोसिएशन की ओर से काली फित लगाकर प्रदर्शन किया गया.इस दौरान मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री के नाम जिलाधिकारी सौंपा गया. 

    कनिष्ठ महाविद्यालयीन शिक्षकों की मांगे अनेक वर्षों से प्रलंबित है. इन मांगों को हल करने के बारे में शासकीय स्तर पर प्रयास शुरू है.लेकिन शिक्षकों के प्रश्न हल करने की बजाए नई समस्याएं निर्माण की जा रही है.प्रशासन की ओर से शिक्षकों की प्रलंबित समस्याएं हल करने की मांग शिक्षकों ने की है.इस बीच एक जनप्रतिनिधि की ओर से शिक्षकों को गालीगलौज करने का निषेध किया गया.शिक्षकों ने काली फित लगाकर अपनी मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा.

    ज्ञापन में मूल्यांकन प्राप्त कनिष्ठ महाविद्यालय को प्रचलित निकष के नुसार अनुदान दिया जाए.बढे हुए पदों, आयटी शिक्षकों को वेतन दिया जाए,शिक्षकों को आश्वासित प्रगती योजना, रिक्त पदों पर शिक्षक भर्ती की जाएं, एनपीएस में एैच्छिक कटौति की अनुमति दी जाएं,घंटे के अनुसार काम करनेवाले शिक्षकों का मानधन बढाएं, शिक्षण सेवक का  प्रकार रद्द किया जाए, कला शाखा में कम से कम 20 छात्र संख्या मंजूर की जाएं और अन्य मांगों को लेकर यह आंदोलन किया गया.ज्ञापन देते समय विज्युक्टा के अध्यक्ष प्रा.मार्तंड गायधने, सचिव प्रा.राजेंद्र दोनाडकर, मध्सूदन किरणापुरे, उमेश सिंगनजुडे, सत्यवान गायधने उपस्थित थे.