Bhandara Murder

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भंडारा. बीती देर रात शराब पीकर घर लौटते समय तीन दोस्तों के बीच मामूली विवाद बढ़ गया और दोनों ने मिलकर तीसरे दोस्त की चाकू से गोदकर हत्या कर दी. इतना ही नहीं, हत्या के बाद उसके शव को सबूत मिटाने के इरादे से करीब के सीमेंट नाले में फेंक दिया और उस पर बाइक रख दी. यह घटना सोमवार आधी रात को भंडारा शहर के पास टाकली में हुई. घटना तब उजागर हुई, जब इलाके के निवासियों ने आज सुबह नाले में एक दोपहिया मोपेड वाहन देखा.

मृतक की पहचान कपिल अशोक उजवने (31) और हत्यारों की पहचान करण दिलीप भेदे (20) और ऋषभ संजय दोनोडे (20) के रूप में हुई है. तीनों युवक स्टेशन रोड पर भगत सिंह वार्ड, टाकली के रहने वाले हैं. भंडारा पुलिस ने महज तीन घंटों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. सोमवार रात को मृतक कपिल उजवने और आरोपी ऋषभ और करण के बीच टाकली में कुछ विवाद हुआ. झगड़ा बढ़ने पर ऋषभ और करण कपिल को टाकली में ही निर्वाण मेटल कंपनी के पीछे वाले मैदान में ले गए.

वहां कपिल के सीने और चेहरे पर चाकू से कई वार कर हत्या कर दी. आरोपी यहीं नहीं रुके, बल्कि सबूत मिटाने की नियत से उन्होंने कपिल के शव को उठाकर निर्वाण मेटल कंपनी के पीछे सीमेंट के नाले में फेंक दिया. इसके बाद एक मोपेड को कपिल के शव पर रख दिया. इस बीच आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे टाकली के लोगों पुलिस को नाले में एक लाश के ऊपर मोपेड़ पड़ी होने की जानकारी दी. घटना उजागर होते ही इलाके में सनसनी फैल गई.

जानकारी मिलते ही शहर थानाध्यक्ष गोकुल सूर्यवंशी मौके पर पहुंचे. भंडारा एसडीपीओ डॉ. अशोक बागूल, सिपाही टेंभुर्ने, सिपाही डायले, सिपाही उमेश मेश्राम, सिपाही गोडसेलवार और एसपी लोहित मतानी घटनास्थल पहुंचे. तभी सिपाही प्रशांत भोंगाड़े को दोनों आरोपी यह टाकली के एक पुराने क्षतिग्रस्त मकान में छिपे होने की खबर मिली. पुलिस ने हिरासत में लेते ही दोनोडे और भेदे ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. शहर पुलिस ने विभिन्न धाराओं तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. आगे की जांच पुलिस निरीक्षक गोकुल सूर्यवंशी कर रहे हैं.

अंतिमयात्रा में विवाद

शाम के समय मृतक की अंतिमयात्रा अस्पताल रोड होते हुए श्मशान घाट की ओर बढ़ रही थी. उसी समय विरुद्ध दिशा में जिला अस्पताल की ओर से पुलिस अपनी गाड़ी में आरोपियों का मेडिकल करवाकर उन्हें लेकर उसी रास्ते से आ रही थी. दोनों आमने-सामने आते ही अंतिमयात्रा में शामिल कुछ लोगों ने पुलिस गाड़ी रोकने की कोशिश की और आरोपियों के नाम से बवाल काटा. हालांकि पुलिस ने बड़ी होशियारी से स्थिति संभाली और अनहोनी टल गई.