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  • दो दिनो में दो गाय पर हमला कर मौत की नींद सुलाया

भंडारा. जिले के गोबरवाही-नाकाडोंगरी परिसर के किसान इन दिनों एक बाघ की दहशत में जी रहे है. पिछले दो दिनों में लगातार गांवों में घुसकर पालतू जानवरों का शिकार किए जाने की जानकारी सामने आई है. इस घटना से किसान और ज्यादा परेशान हो गए है.किसानों ने जंगली जानवरों से बचाने की गुहार लगाई है.

तुमसर तहसील के नाकागोंगरी क्षेत्र के तहत आनेवाले आष्टी गांव के निकट चर रही एक गाय पर बाघ ने हमला कर दिया. इस घटना में गाय लहूलुहान हो गई.13 जुलाई की यह घटना है.यशवंत किसन गोपाले नामक किसान की यह गाय थी. इसी तरह लेंडेझरी रेंज के तहत आनेवाले चिखली के किसान राजेश तिवारी की गाय 14 जुलाई को गांव के पास चर रही थी. इस गाय पर बाघ ने हमला कर घायल कर दिया. इन दोनों गायों की मौत हो गई. इस घटना से पूरे परिसर में दहशत छाई हुई है.

कारीडोर बनाने के है प्रयास

बताया जा रहा है कि जिले के इस परिसर में अक्सर बाघ ही नहीं तेंदुए को भी देखा जाता है. इस परिसर के गांव-गांव में फलक लगे हुए है. इस फलक पर बाघ का भ्रमण मार्ग, सावधान रहें लिखा हुआ है.दरअसल यह पूरा मार्ग टायगर प्रोजेक्ट से जुडा हुआ है.नागपुर जिले के देवलापार-पवनी से नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प से जोडने की कवायद की जा रही है. पिछले दिनों ग्रामीणों ने कुछ गांवों को इस भ्रमणमार्ग से जोडने का विरोध किया था. लेकिन उनकी आवाज नगाडखाने की तुती बनकर रह गई.

बढ गई है बाघों की संख्या

जिले में बाघों की संख्या निरंतर बढती जा रही है. पिछले दिनों एक बाघ चंद्रपुर जिले के ताडोबा से नवेगांव नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में लाया गया. एक जानकारी के अनुसार जिले में 15 से भी अधिक बाघ होने का अनुमान लगाया जा रहा है. यही कारण है कि जिले के कोका परिसर हो या फिर तुमसर तहसील के इस क्षेत्र में बाघ बडे पैमाने पर विचरण करते हुए दिखाई दे रहे है.