भंडारा. पवनी के खातखेड़ा में बाघ के हमले के बाद घटनास्थल पर पहुंचे वन अधिकारी एसीएफ यशवंत नागुलवार, राउन्ड ऑफिसर डी एस वावरे और एस डी गुप्ता पर गुस्सायी भीड़ ने हमला कर गंभीर रूप से जखमी करने के मामले में फॉरेस्ट गार्ड संगीता प्रभाकर घुगे की अर्जी पर पवनी पुलिस ने जिला परिषद सदस्य मुन्ना तिघरे के साथ 155 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है.
प्रमुख अभियुक्तों में सावरला जिला परिषद क्षेत्र की सदस्य के पति मुन्ना तिघरे, सितकुरा काटेखाये, रवि खाटकर, राजकुमार काटेखाये, शिवराज मोटघरे और 150 अन्य लोग शामिल हैं. गौरतलब है की यह प्राथमिकी 29 जून की देर रात 2 बजकर 14 मिनट पर पवनी पुलिस थाने में अर्ज की गई. बताया जाता है की वन विभाग के कर्मचारियों पर शिकायत दर्ज ना कराने के लिए प्रचंड राजकीय दबाव बनाया गया.
मुन्ना तिघरे पर आरोप है की उन्होंने भीड़ को वन विभाग के खिलाफ उकसाया और मौके पर पहुंचे अधिकारियों के खिलाफ गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी और मारपीट कर सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा पहुंचाई. वहीं महाराष्ट्र फॉरेस्ट गार्ड्स-फोरेस्टर्स एसोसिएशन ने गुरुवार को पवनी पुलिस निरीक्षक को ज्ञापन सौंप अभियुक्तों को तुरंत गिरफ्तार कर बयान दर्ज करने की मांग की है.
हमले में गंभीर रूप से घायल एसीएफ यशवंत नागुलवार की परिस्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. उन्हें उपचार के लिए नागपूर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उन्हें अगले 48 घंटों के लिए आयसीयू में रखा गया है.