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    लाखांदूर. पिछले ढाई वर्ष पुर्व स्टार युनियन ड़ाईच लाईफ इन्श्यरंस कंपनी के सहायक व्यवस्थापक द्वारा विमा पॉलिसी धारक दो ग्राहकों को फर्जी रसिद के जरिए 2 लाख रुपयों से धोखाधडी की घटना हुई थी. इस घटना में उक्त बीमा कंपनी के शाखा व्यवस्थापक द्वारा स्थानीय लाखांदूर पुलिस में शिकायत करने पर मामला दर्ज किया गया था. किंतु मामले के तहत पुलिस जांच के दौरान घटना का आरोपी फरार पाया गया था. 

    जिसके अनुसार स्थानीय लाखांदूर पुलिस द्वारा तलाश जारी करने पर कुल ढाई साल बाद फरार धोखेबाज आरोपी को अरेस्ट करने में लाखांदूर पुलिस को सफलता मिली है. उक्त घटना पिछले दो वर्ष पुर्व अगस्त 2019 में स्थानीय लाखांदूर में घटित हुई थी. 

    इस घटना में भंडारा जिले के वरठी निवासी रमिज राजा मुनीर शेख (34) नामक फरार धोखेबाज आरोपी को चंद्रपुर जिले के जेल से अरेस्ट किया गया है. 

    पुलिस सुत्रों के अनुसार पिछले ढाई वर्ष पुर्व स्थानीय लाखांदूर निवासी भरत डोमा प्रधान व मधुकर डोमा प्रधान नामक दो भाइयों ने गोन्दिया जिलें के स्टार युनियन ड़ाईच लाईफ इन्श्यूरंस कंपनी के तहत बीमा पालिसी निकाली थी. 

    इस दौरान बीमाधारक भाइयों ने बीमा पॉलिसी के तहत कुल 2 लाख 4 हजार 450 रुपयों के किश्त का बीमा कंपनी के तत्कालीन सहायक व्यवस्थापक व घटना के आरोपी के हाथों भुगतान किया था. इस भुगतान के तहत घटना के आरोपी ने बीमाधारक भाइयों को नकद राशी भुगतान करने की फर्जी रसिद दी थी. 

    इस बीच अगले कुछ दिनों बाद बीमा कंपनी के मुंबई शाखा से बीमा धारक भाइयों को बीमा पॉलिसी की राशि भुगतान कर पॉलिसी के नविनिकरन की मांग की गई. इस दौरान बीमा धारक भाइयों ने घटना के आरोपी के हाथों बीमा पॉलिसी के तहत नकद राशि का भुगतान किए जाने के बावजुद कंपनी में राशि का भुगतान नहीं होने का संदेह व्यक्त कर बीमा कंपनी के गोंदिया शाखा व्यवस्थापक को शिकायत की. 

    जिसके अनुसार बीमा कंपनी के गोंदिया शाखा व्यवस्थापक द्वारा बीमा पालिसी राशि भुगतान मामलें की जांच करने पर घटना के आरोपी ने बीमाधारक भाइयों की फर्जी रसिद के जरिए धोखाधडी मालुम पडी थी. इस घटना में बीमा कंपनी के तहत तत्कालीन शाखा व्यवस्थापक चरनदास आसाराम रहेले (41) के शिकायत पर लाखांदूर पुलिस में आरोपी के खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज किया गया था. 

    हालांकि इस मामले के तहत जांच के दौरान घटना का आरोपी फरार पाए जाने पर स्थानीय लाखांदूर पुलिस ने तलाश मुहीम शुरु की थी. जिसके तहत लाखांदूर के थानेदार रमाकांत कोकाटे के मार्गदर्शन में 22 फरवरी को पुलिस उपनिरीक्षक संदीप ताराम, पुलिस अंमलदार राहूल गायधने व उमेश शिवनकर आदी पुलिस टीम ने घटना के आरोपी को कुल ढाई वर्ष बाद चंद्रपुर जेल से अरेस्ट किया है. 

    हालांकि अरेस्ट किए गए आरोपी को स्थानीय लाखांदूर कोर्ट ने 24 फरवरी तक पुलिस कस्टडी सुनाइ है. इस मामले की आगे की जांच थानेदार रमाकांत कोकाटे के मार्गदर्शन में पुलिस उपनिरीक्षक सन्दिप ताराम कर रहे है.