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    • 15 दिनों में दो बार फसल क्षतिगस्त

    भंडारा. करडी व बेटाला परिसरों में 36 घंटे तक हुई भारी बारिश से नदी किनारे और नालों लगकर के खेत को काफी नुकसान हुआ है. सैकडों हेक्टियर कृषि को नुकसान पहुंचा है. प्रशासन द्वारा बाढ की स्थिति लगातार बढने की संभावना व्यक्त कर रहा है. क्षेत्र के किसान नुकसान का तत्काल निरीक्षण कर मदद की मांग कर रहे है.

    करडी व बेटाला क्षेत्र में पालोरा, बोरगांव, खडकी, पांजरा, कान्हलगांव, मुंढरी, बेटाला, देव्हाडा, निलज खुर्द, निलज बुज, नवेगांव, मुंढरी खुर्द और अन्य गांवों के खेतों में पानी भर गया है. खेतों में भारी पानी भरने से फसल पानी में डूब गई है.

    पिछली बाढ की तरह यह स्थिति भी चिंताजनक है. फसलें पानी में सड गई है. बाढ के कारण खेत बंध बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए है. लेकिन पिछली बाढ का मुआवजा नहीं मिलने के कारण सवाल उठ रहा है कि क्या सरकार प्रशासन किसानों पर ध्यान देगा. क्षतिगस्त किसानों ने तत्काल मुआवजे की मांग की है.

    नुकसान का पंचनामा करें, नहीं तो आंदोलन

    करडी और बेटाला परिसर दो बार बाढ से प्रभावित हुए है. पानी रूक जाने से फसल भी सड गए है. प्रशासन को नुकसान की जांच करनी चाहिए. अन्यथा करडी परिसर के किसानों के लिए आंदोलन की चेतावनी जिला परिषद सदस्य महादेव पचघरे ने दिया है.

    पिछले सप्ताह की भारी बारिश के साथ ही इस बार की क्षतिगस्त किसानों को मुआवजे के लिए तत्काल पंचनामा का आदेश दें. बेटाला क्षेत्र की पूर्व जिला परिषद सदस्य सरिता चौरागडे ने मांग की है कि प्रशासन बेटाला क्षेत्र में हुए नुकसान को गंभीरता से लें.