
भंडारा. मराठा समुदाय को ओबीसी में शामिल कर ओबीसी के हिस्से का आरक्षण मराठा समुदाय को देने के राज्य सरकार के निर्णय का विरोध करते हुए ओबीसी क्रांति मोर्चा ने चेतावनी दी है कि ऐसा हुआ तो ओबीसी क्रांति मोर्चा के सभी पदाधिकारी भंडारा की वैनगंगा नदी में कूदकर सामूहिक आत्महत्या करेंगे.
ओबीसी क्रांति मोर्चा के संयोजक संजय मते ने साफ किया है कि अगर ओबीसी के आरक्षण को प्रभावित किए बिना मराठा समुदाय को आरक्षण दिया जाता है तो उन्हें कोई समस्या नहीं है. शिंदे सरकार के मराठा समुदाय को कुनबी के हिस्से से आरक्षण देने की दिशा में कदम बढ़ाया तो ओबीसी नेताओं का विरोध बढ़ता जा रहा है.
इस विरोध की लड़ाई में अब भंडारा ओबीसी क्रांति मोर्चा भी कूद पड़ा है और उसने चेतावनी दी है कि अगर मराठा समुदाय को ओबीसी में शामिल किया गया तो ओबीसी क्रांति मोर्चा के सभी पदाधिकारी वैनगंगा नदी में कूदकर सामूहिक आत्महत्या कर लेंगे. ओबीसी क्रांति मोर्चा के संयोजक संजय मते ने कहा कि ओबीसी वर्ग में साढ़े चार सौ से अधिक जातियां शामिल हैं.
भले ही ओबीसी समुदाय सत्तर के पार हो गया है, लेकिन उसका अभी तक विकास नहीं हुआ है. अब ओबीसी समुदाय मराठा समुदाय को शामिल करने का जोखिम नहीं उठा सकता. यह भी चेतावनी दी गई है कि सत्तारूढ़ दल को अगले चुनाव में परिणाम भुगतना होगा. चुनाव से पहले सरकार जानबूझकर आपसी फूट पैदा करने की कोशिश कर रही है ऐसा आरोप उन्होंने लगाया.