Unemployment
प्रतीकात्मक तस्वीर

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    भंडारा. जिले में रोजगार तलाश करने वाले बेरोजगारों की संख्या अब एक लाख से पार हो गई है.एक लाख आठ हजार बेरोजगारों ने नौकरी प्राप्ति के लिए अपना पंजीयन डिस्ट्रीक्ट स्कील डेवलपमेंट,एम्पलाइमेंट एन्ड एंटरप्रिन्सुरशिप गाईडंस सेंटर में किया है.इसमें 69,255 पुरूष और 38,745 महिला बेरोजगारों का समावेश है.यह संख्या निरंतर बढते ही जा रही है. नौकरी नहीं मिलने से अनेक लोग परेशान है और वह अब कोई भी काम करने के लिए तैयार बैठे है.

    आवेदकों की संख्या घटी

    बेरोजगारों को अपना पंजीयन अब ऑनलाइन करना होता है. वैसे अब इस कार्यालय से नौकरी नहीं मिलती. यह बात अनेक बेरोजगारों के ध्यान में आ चुकी है.इसलिए अब ऑनलाइन आवेदन करने वालों की संख्या बेहद कम हो गई है.ऑनलाइन आवेदन करने के लिए पैसे खर्च करने पडते है और नौकरी मिलती नहीं,फिर क्यों अपना समय और पैसा बर्बाद करें,ऐसा तर्क अनेक बेरोजगार देते है.दिसंबर 2022 में 284 पुरूष और 176 महिला,कुल 460 उम्मीदवारों ने इस कार्यालय के पास नौकरी के लिए ऑनलाइन पंजीयन कराया है.

    नौकरी नहीं कौशल्य प्रदान करता है कार्यालय

    यह कार्यालय अब नौकरी नहीं देता बल्कि बेरोजगारों को कौशल्य प्रदान करता है. ताकि बेरोजगार नौकरी के पीछे भागने की बजाए कोई रोजगार प्राप्त कर सकें. इसके लिए इस विभाग की ओर से एक ट्रेनिंग भी दी जाती है. यह ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद वह बेरोजगार कहीं भी 5-7 हजार रुपए की नौकरी प्राप्त कर सकता है. कहा जाता है कि अब यह कार्यालय बेरोजगारों को ट्रेनिंग देकर कुशल कारागिर बनाने का काम करने लगा है. ताकि किसी भी उदयोग के लिए तैयार कारागिर उपलब्ध हो सकें.

    डॉक्टर, इंजीनियर, वकिल भी मांग रहे नौकरी

    नौकरी की उम्मीद में 57 डॉक्टरों,19 वकिलों, 1634 डिप्लोमाधारी और 2378 डिग्रीधारी इंजीनियरों ने अपना पंजीकरण करवाया है.1815 डिप्लोमाधारी और 1,607 डिग्रीधारी शिक्षक, 89 कृषी स्नातक,7,148कला स्नातक,1533 विज्ञान स्नातक और1652 वाणिज्य स्नातकों ने भी अपना पंजीयन कराया है. बेरोजगारों में सर्वाधिक पंजीकरण करवाने वालों की संख्या 10 वी और 12 वी उत्तीर्ण की हे. 32,791 दसवीं और 30,327 बारहवीं उत्तीर्ण बेरोजगारों ने अपने नाम का पंजीकरण करवाया है.  

    अब भी नहीं टूटी बेरोजगारों की उम्मीदें

    पहले यह कार्यालय नौकरी देने में बडी जिम्मेदारी निभाता था. तब इसका नाम एम्प्लायमेंट एक्सचेंज कार्यालय हुआ करता था. जिले में निकलने वाली हर सरकारी नौकरी की भर्ती इसी कार्यालय के माध्यम से की जाती थी.बाद में सरकार ने भर्ती की प्रक्रिया अपने जिम्मेवारी पर ले ली. लेकिन बेरोजगारों का विश्वास अब भी टूटा नहीं है.इसलिए अब भी बेरोजगार इस कार्यालय में यह जानते हुए भी कि इस कार्यालय में आवेदन करने का कोई अर्थ नहीं है,बडे पैमाने पर आवेदन करते है ताकि कभी अगर इस कार्यालय के माध्यम से नौकरी देने का निर्णय ले लिया गया तो उसकी वरिष्ठता काम आ सके और इसी आधार पर उसे जल्दी नौकरी मिल सकें.