जिले में पहली बार किया गया रोबोटिक ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव

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    • 20 मिनट में एक हेक्टर क्षेत्र में डाली जाएगी दवा

    भंडारा. खेत हो या अंतरिक्ष सभी क्षेत्रों में बदलाव के साथ-साथ नई-नई तकनीकी का उपयोग किया जा रहा है. यह तकनीक बड़े ही नहीं छोटे जिलों के तहसील क्षेत्रों में भी किया जाने लगा है. खेत जोतने के बैलगाड़ी के युग से ट्रैक्टर के युग तक आये किसानों के सामने फसल में लगने वाले कीड़ों को मारने के लिए कीटनाशक का छिड़काव करने के लिए रोबिटक ड्रोन को उपयोग में लाया जा रहा है. इस तरह की पद्धति को उपयोग में लाने से फसलों को कीड़ों के चंगुल से बहुत ही कम में बचाया जा सकता है. 

    भंडारा जिले में इस पद्धति का सबसे पहला प्रयोग लाखनी तहसील के अंतर्गत आने वाले जेवनाला में प्रशिक्षण के तौर पर किया गया. रोबोटिट ड्रोन से फसलों पर किया गया कीटनाशक का उपयोग यहां के किसानों के लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं था. इस दौरान यहां के किसानों को फलबाग, सब्जियों, धान जैसी फसलों पर औषधी का छिड़काव करने का प्रशिक्षण दिया गया. जेवनाला परिसर में किसानों ने फलबाग, सब्जियों की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. इस क्षेत्र में उचित समय पर कीटनाशकों का छिड़काव करने पर फसलों को कीड़ों तथा रोगों की चपेट से बचाया जा सकता है. 

    विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कृषि रसायनों का सुरक्षित तथा सिफारिश के आधार पर उपयोग किया गया तो फसल को नष्ट होने से बचाया जा सकता है.  बताया जा रहा है कि जेवनाला में किया रोबोटिक ड्रोन के प्रशिक्षण के तौर पर किया गया छिड़काव असरदायी रहा तो इसे स्थायी रूप से उपयोग में लाया जाएगा. यह भी बता चला है कि कुछ किसानों ने प्रशिक्षण के दौरान ही औषधि छिड़काव की इस पद्धति की सराहना भी कर दी. केंद्र सरकार की ओर से रोबोटिक ड्रोन खरीदने के लिए आर्थिक सहायता देने पर जोर डाले जाने की बात भी सामने आई है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते समय इस बात का उल्लेख किया था कि खेती में रोबोटिक ड्रोन का उपयोग किया जाएगा. 

    2022-23 इस वित्त वर्ष में ड्रोन खरीदने के लिए विशेष बजट का प्रस्ताव भी रखा गया था. भंडारा जिला बैंक के अध्यक्ष सुनीलव फुंडे, माऊली ग्रीन आर्मी समिति के अध्यक्ष बाला साहब सानप, नवनिर्वाचित जि.प. सदस्य अविनाश ब्राह्मणकर, पूर्व जि.प.सदस्य विनायक बुरडे, तहसील कृषि विस्तार अधिकारी किशोर पात्रीकर, उमेद के जिला व्यवस्थापक गौरव तुरकर, तहसीलदार महेश शितोडे, सरपंच वैशाली बुरडे, सरपंच कल्पना सेलोकर, जितेंद्र चौधरी, संदीप हिंगे आदि उपस्थित थे. मनीषा नागलवाडे द्वारा संचालित इस कार्यक्रम में स्प्रे ड्रोन प्रशिक्षण लेने तथा कार्य पद्धति देखने के लिए जेवनाला तथा उसके आसपास के क्षेत्रों के किसान तथा स्थानीय लोग उपस्थित थे.