Bhandara District Rail Passenger Committee

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    भंडारा. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के भंडारा रोड स्टेशन पर यात्रियों ने वंदे भारत एक्सप्रेस का भव्य स्वागत किया. इससे पहले वंदेभारत एक्सप्रेस का कामठी में ऐतिहासिक स्वागत किया गया. ट्रेन के स्वागत के लिए आम और खास वर्ग के लोगों का स्टेशन में जमावड़ा रहा. इस दौरान भाजपा के कई नेता उपस्थित रहे.

    ट्रेन आते ही बज उठा ढोल

    भंडारा रोड स्टेशन पर भंडारा से सांसद सुनील मेंढे के मार्गदर्शन में भाजपा कार्यकर्ताओं ने ट्रेन का स्वागत किया. गाड़ी के आते ही ढोल बज उठा. इस ट्रेन में पहली बार सफर कर रहे यात्रियों को बधाई दी गई. इस मौके पर चालक व उनके साथियों को गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया. युवाओं ने ग्रुप के साथ सेल्फ़ी भी ली. ट्रेन का स्वागत करने जिलेभर के भाजपा नेताओं का जमावड़ा रहा. इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष शिवराम गिरेपुंजे, डॉ. उल्हास फड़के, जिला महासचिव चैतन्य उमालकर, आशु गोंडाने, मंगेश वंजारी, अंगेश बेहलपाड़े, किशोर वाघाये, अजय ब्राह्मणकर, रौनक उजवने उपस्थित थे. 

    भंडारा रोड में मिले स्टॉपेज 

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह नागपुर से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर बिलासपुर रवाना किया. देश में वंदेभारत सीरीज की यह छठी ट्रेन है. वंदे भारत ट्रेन की शुरूआत होने से लोग काफी उत्साहित हैं. कम समय में लंबी दूरी तय करने वाली यह वंदे भारत ट्रेन नागपुर-बिलासपुर के बीच चलेगी. यह ट्रेन सफर के लिहाज से काफी सुविधाजनक होगी. इस ट्रेन में सफर करने से दूरी और समय में कमी आएगी. लेकिन भंडारा रोड और तुमसर में स्टॉपेज ना मिलने की वजह से जिले के रेल यात्रियों में नाराजगी देखने मिली.

    रेल यात्री सेवा समिति की तीखी प्रतिक्रिया 

    रेल यात्री सेवा समिति के प्राध्यापक रमेश सुपारे ने कहा की जिस ट्रेन का भंडारा रोड स्टेशन पर स्टॉपेज ही नहीं उसका स्वागत करने में क्या तुक है ये तो स्वागत करने वाले ही जाने. आवश्यकता इस बात की थी की स्वागत की जगह आज ट्रेन का स्टॉपेज दिलाने का प्रयास किया गया होता तो ज्यादा खुशी होती. विगत 15 वर्षों से रेल यात्री सेवा समिति सुपर फास्ट ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग कर रही है, लेकिन भंडारा के सांसद कुछ कर नहीं पाए. जबकि भाजपा सांसद संतोष पांडे ने राजनांदगांव में वंदे भारत का स्टॉपेज दिलवाया. इसके पहले भंडारा सांसद ने राजधानी के स्टॉपेज की मांग की थी उसका भी अभी तक कुछ पता नहीं चला.