Sri Jagdamba Temple, Pandharkawda, Yavatmal

    Loading

    • कोरोना से बचाव संबंधी नियमों का पालन करने के भक्तों को निर्देश

    भंडारा. कोरोना की पहली तथा दूसरी लाट में विभिन्न धार्मिक स्थलों पर लगे ताले खोलने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे और इन प्रयासों को सफलता मिली है, आगामी 7 अक्टूबर को शहर समेत जिले का सभी धार्मिक स्थलों पर लगे तालु खल जाएंगे.

    4 अक्टूबर से जिले सभी स्कूलों को खोलने जाने का फरमान पहले ही जारी कर गिया गया है. पहले स्कूल और उसके तीन दिन बाद 7 अक्टूबर को जिले के सभी प्रार्थना स्थल खोले जाने के साकारी फरमान पर अमल किया जाएगा. पिछले वर्ष मार्च माह में कोरोना विषाणु के फैलाव को रोकने के लिए राज्य के अन्य जिलों की तरह भंडारा जिले देवस्थानों पर भी ताले लगाए थे.

    तब से लगा ताला 7 अक्टूबर को आदिशक्ति मा जगदंबे की आराधना के पर्व नवरात्रोत्सव के लिए प्रतिष्ठापित किए जाने वाले घट की पूजा अर्चना के बाद सभी मंदिरों, प्रार्थना स्थलों पर भक्तों के आने जाने का सिलसिला शुरु हो जाएगा. मंदिरों समेत अन्य प्रार्थना स्थलों के ताले खुलने के बाद भक्त और आराध्य के बीच फिर पहल् जैसा रिश्ता कायम हो जाएगा. जिले में एक भी कोरोना मरीज न होने के हवाला देने के बाद से अब जिले में कोरोना की दहशत कम हो गई है, लेकिन मौसमी बीमारियों ने लोगों को परेशान  किया हुआ है.

    राज्य सरकार के आदेश के बाद जिले के सभी धार्मिक स्शलों के कपाट खोलने का निर्णय लिया है और इसके तहत आगामी 7 अक्टूबर से उन सभी प्रार्थना स्थलों में पहले जैसी रौनक दिखने लगेगी, जहां वर्तमान में कोरोना प्रतिबंध का ताला लगा हुआ है. प्रार्थना स्थल 7 अक्टूबर से खुल तो जरूर रहे हैं, लेकिन प्रार्थना स्थलों में जाने वक्त कुछ नियमों का पालन भी करना होगा. 65 वर्ष से ज्यादा आय़ु के लोग, गंभीर बीमारी के शिकार मरीज, गर्भवती महिलाओं तथा 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को प्रार्थना स्थल पर न जाने की सलाह दी गई है. 

    धार्मिक स्थल के संचालकों से कहा गया है कि वे धार्मिक स्थल की स्वच्छता की ओर विशेष ध्यान रखें. प्रार्थना स्थलों की सुरक्षा की ओर विशेष ध्यान देने की हिदायत देते हुए संचालकों से यह भी कहा गया कि वे वहां आने वाले हर व्यक्ति पर नज़र रखे, ताकि अप्रिय घटना को अंजाम देने वालों का मंसुबा पूरा न हो सके.

    प्रार्थना स्थलों पर अपने आराध्य को नमन करने आने वाले लोगों से भी नियमों का पालन करने के लिए कहा गया है. धार्मिक स्थल पर आने वाले लोगों के लिए बाहर ही सैनेटाइजर की व्यवस्था की जाएगी. इतना ही उनकी थर्मल स्कैंनिग भी की जाएगी. एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के बीच की दो गज की दूरी रखनी होगी और किसी को भी प्रार्थना स्थल की किसी भी वस्तु को छूने का अघिकार नहीं होगा.