In Maharashtra, 65 people died in just 9 months in wild animal attacks, 23 tigers died in 6 months, the state government said
File Photo: Twitter

  • शाम के बाद खेत परिसर सुनसान

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भंडारा. मोहाड़ी तहसील के ढीवरवाड़ा में 3 दिन पहले शाम 5 बजे बाघ ने खेत परिसर से गांव लौट रहे जानवरों पर हमला किया और गाय व बछड़े को गंभीर रूप से घायल कर दिया. इनमें से गाय की मौत हो गई. इस घटना के बाद खेत परिसर में बाघ का डर फैल गया है. किसान शाम के बाद खेत में रुकने से कतराते हैं. शाम को खेत परिसर में पूरी तरह से सन्नाटा फैल जाता हैं.

शाम को गश्त शुरू करने की मांग

खेतों में फसलों की रखवाली करने व पशुओं के चारे की सुविधा के लिए शाम के समय खेत पर जा रहे सूर्यकांता राउत के जानवरों पर बाघ ने हमला कर दिया. बाघ के साथ गाय, बछड़ा व भैंस की लड़ाई लगभग 20 मिनट तक चली. अंत में बाघ जंगल की ओर भाग गया था. ग्रामीणों की मदद से जानवरों को घर लाया गया. इस घटना में गाय व बछड़ा गंभीर रूप से घायल हो गए.

घटना की जानकारी मिलते ही तुमसर वनविभाग व कोका वन्यजीव अभयारण्य के अधिकारी मौके पर पहुंचे व घटना का पंचनामा किया. डाक्टरों द्वारा इलाज किया गया. किंतु जख्म गहरा होने व गाय का पैर टूटने से उसकी मौत हो गई. और गाय का बछड़ा अभी भी जख्मी स्थिति में है.

इस घटना के कारण, किसान व खेत मजदूर सुबह 8 बजे खेत जाने के बाद शाम तक रुकने के लिए तैयार नहीं है. शाम 4 बजे के बाद खेत परिसर में सन्नाटा छा जाता है. ग्रामीण बाघ के डर को दूर करने के लिए शाम को व रात में गांव में खेत परिसर में गश्त शुरू करने की मांग वनविभाग से कर रहे हैं.