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  • 48 में से 35 पर लड़ेगी बीजेपी?

मुंबई/दिल्ली: महाराष्ट्र में महायुति में शामिल दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने बड़ा खेला कर दिया है। उन्होंने सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राकां को साफ़ तौर से कहा है कि उन्हें जितनी सीटें दी जाएगी, उस पर ही चुनाव लड़ना होगा। सूत्रों के मुताबिक शाह ने हाल ही में अपनी दो दिवसीय महाराष्ट्र यात्रा के दौरान एकनाथ शिंदे और अजित पवार से सीटों के बंटवारे पर चर्चा की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने सीटों के बंटवारे का कड़क फार्मूला पेश किया, जिसके सामने शिंदे और पवार को सरेंडर करना पड़ा है। बीजेपी महाराष्ट्र की 48 में से 35 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की है। जबकि सहयोगी दलों के लिए सिर्फ 13 सीट छोड़ने के लिए राजी है। इस वजह से शिंदे – पवार नाराज़ हैं, लेकिन अब उनके सामने कोई चारा नहीं है।   

ज्यादा विधायक होने के बावजूद बनाया सीएम
सूत्रों के मुताबिक सीटों के बंटवारे पर बातचीत के दौरान अमित शाह ने एकनाथ शिंदे पर किए गए एहसान को भी याद दिलाया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी और सहयोगी को मिला कर 120 विधायक हैं। इसके बावजूद शिवसेना में फूट के बाद हमलोगों ने आपको (शिंदे ) को सीएम बनाया। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी इस बात को दोहराया है। हालांकि शिवसेना में फूट के बाद जब एकनाथ शिंदे सरकार में फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाया जा रहा था तो वे इसके लिए राजी नहीं थे, लेकिन बीजेपी आलाकमान के आदेश के बाद उन्हें डिप्टी सीएम के पद को स्वीकार करना पड़ा। अब इस एहसान के बदले बीजेपी ने शिंदे गुट के सीटों के दावों पर कैंची चला दी है। 

बीजेपी के जीतने की उम्मीद ज्यादा
शाह ने शिंदे और अजीत को यह भी बताया कि महाराष्ट्र में हुए सर्वे के मुताबिक़ यहां बीजेपी के चुनाव चिन्ह कमल से लड़ने वाले उम्मीदवारों के जीतने की उम्मीद ज्यादा है। जबकि शिवसेना और राकां में फूट के बाद लोगों की सहानभूति उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ है। इस वजह से शिंदे और अजित के उम्मीदवारों का पलड़ा कमज़ोर नज़र आ रहा है। 

विधानसभा चुनाव में करेंगे भरपाई
केंद्रीय मंत्री शाह ने शिंदे और अजित से कहा कि इस बार बीजेपी का मिशन 400 पार का है। ऐसे में इस लक्ष्य को हासिल करने में वह कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहते हैं। हालांकि उन्होंने वादा किया है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना और राकां को ज्यादा सीटें देकर इसकी भरपाई की जाएगी। 

शिंदे ने मांगी 13 सीटें
सीएम एकनाथ शिंदे ने बीजेपी से 13 लोकसभा सीटों की डिमांड की है। जबकि राकां में फूट के बाद अजित पवार को बीजेपी सरकार में शामिल होने के लिए लोकसभा की 9 और विधानसभा की 90 सीट देने का वादा किया गया था, लेकिन अब बीजेपी के पावर प्ले से इन वादों पर पानी फिर गया है। बीजेपी शिंदे की सेना को 9 और अजीत पवार की राकां को सिर्फ  3 से 4 सीट देने के लिए राजी है। बीजेपी के इस रुख को देख कर शिंदे और पवार अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। 

9 सीट का वादा कर मुकर गई बीजेपी 
समर्थकों की नाराजगी के बावजूद अजित पवार अपने साथी नेता प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे के साथ दिल्ली पहुंचे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीटों को हासिल किया जा सके। बीजेपी के अड़ियल रवैए से अजित गुट के नेताओं व कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। उनका कहना है कि पहले बीजेपी ने लोकसभा की 9 सीटों का वादा किया था, लेकिन अब वह इससे मुकर रही है। 

सिर्फ एक सांसद अजित के साथ
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में राकां ने राज्य में 4 सीटों पर जीत हासिल की थी। इन चार में से सिर्फ एक सांसद ( रायगढ़ से सुनील तटकरे) अजित पवार के साथ हैं। बीजेपी का कहना है कि अजीत गुट को बारामती, शिरूर और रायगढ़ सीट से चुनाव लड़ना चाहिए। पिछले चुनाव में राकां ने इन तीनों सीटों के साथ सतारा सीट भी जीती थी, लेकिन अब बीजेपी इस सीट पर चुनाव लड़ने का दावा ठोक दिया है। यहां से राज्यसभा सांसद उदयनराजे भोसले को  टिकट दिया जा सकता है।