निजी बस और ट्रक की टक्कर में 2 की मौत 13 घायल, नागपुर-चंद्रपुर महामार्ग के वरोरा समीप की घटना

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    • अनियंत्रित बस डिवाईडर पार कर ट्रक में घुसी 

    वरोरा. चंद्रपुर नागपुर महामार्ग पर एक निजी बस अनियंत्रित होकर डिवाईडर पार कर चंद्रपुर की ओर से आ रहे ट्रक से टकरा गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों वाहनों के सामने का हिस्सा एक दूसरे में घुस गया. जिसमें दोनों ड्राईवरों की मौके पर मौत हो गई और 13 लोग घायल हो गए है. यह घटना आज शाम 5.30 बजे घटी है.

    नागपुर से हर्ष ट्रैवल्स की निजी क्रं. एमएच 40 एटी 481 आज दोपहर लगभग 40 पैसेंजरों को लेकर चंद्रपुर के लिए रवाना हुई थी. पैसेंजरों के अनुसार बस की गति अधिक थी. इसलिए पैसेंजर ने चंद्रपुर निवासी बस ड्राइवर साबीर शेख (45) को बस को धीरे चलाने की विनंती की थी. इसके बावजूद वह तेज गति से चला रहा था. जैसे ही बस वरोरा के रत्नमाला चौक से लगभग 300 मीटर की दूरी पर पहुंची.

    उसी समय पर बस के ड्राइवर को नियंत्रण हटने से बस अनियंत्रित बस महामार्ग के डिवाईडर को पार करती हुई विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक क्रं एमएच 40 बीजी 9540 से टकरा गई. यह टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस और ट्रक के सामने का हिससा केबीन एक दूसरे के भीतर घुस गया. जिसमें दोनों ड्राईवरों की मौके पर ही मौत हो गई.

    ग्रांईडर से काटकर दो पैसेंजरों को निकाला

    दोनों वाहनो के केबीन एक दूसरे में घुस जाने की वजह से एक महिला और एक 15 वर्षीय किशोरी फंस गई थी. यह देखते ही ग्रांईडर की सहायता से बस को काटकर दोनों को बाहर निकाला गया. बस में सवार लगभग 13 लोग घायल है. सभी घायलों को एम्बुलेंस की सहायता से उपजिला अस्पताल वरोरा में दाखिल किया गया है. जहां उनका उपचार जारी है.

    जेसीबी और हायड्रा की ली मदद

    दोनों वाहन एक दूसरे में इतनी बुरी तरह से फंस गए थे. इसकी वजह से चंद्रपुर नागपुर महामार्ग का ट्राफिक पूरी तरह से जाम हो गया. जिसके चलते दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई. किंतु दोनों वाहनों को निकालना मुश्किल हो रहा था. इसलिए जेसीबी और डायड्रा की मदद ली गई. समाचार लिखे जाने तक दोनों को एक दूसरे से अलग करने का प्रयास किया जा रहा है.

    मौके पर पहुंचा प्रशासकीय अमला

    घटना की सूचना मिलते ही एसडीओ सुभाष शिंदे, उपविभागीय पुलिस अधिकारी आयुष नोपानी, तहसीलदार रोशन मकवाने, थानेदार दीपक खोब्रागडे अपने दल बल के साथ पहुंच गए. सर्वप्रथम दोनों वाहनों को अलग कर मार्ग का ट्राफिक सुचारु करना आवश्यक था. इसलिए घायलों को एम्बुलेंस की सहायता से तुरंत हास्पिटल भेज अन्य घायलों का हाल जाना. शहर का ट्राफिक सुचारु करने का प्रयास किया.